पहला टेस्ट हारने के बाद, विराट कोहली के घर लौटने के बाद और सीनियर प्लेयर्स के घायल होने के बाद ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम तो 4-0 से सीरीज हार जाएगी, लेकिन अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में युवा खिलाड़ियों ने जबरदस्त खेल दिखाया और 2-1 से सीरीज अपने नाम कर ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रच दिया. ऐतिहासिक जीत के बाद कप्तान रहाणे ने कहा कि आज मैं बतौर कप्तान इसलिए अच्छा लग रहा हूं क्योंकि इसमें सबका योगदान है. रहाणे की काफी तारीफ हो रही है जिन्हें टीम की कमान तब मिली थी जब कोहली की मौजूदगी में भारत पहला टेस्ट एडिलेड में बुरी तरह हार चुका था. लेकिन रहाणे ने मेलबर्न में सेंचुरी जमाकर फ्रंट से टीम को लीड किया और सीरीज में वापसी की, यही नहीं सीरीज में रहाणे ने 268 रन बनाए. रहाणे ने कहा कि एडीलेड के बाद जिस तरह से सबने जज्बा और कमिटमेंट दिखाई वो गर्व की बात है. रहाणे ने कहा कि यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे देश का नेतृत्व करने का मौका मिला. हमारी कोशिश रही कि हम फाइटिंग स्पिरिट के साथ खेलें और पीछे मुडकर न देखें.