किसान आंदोलन को लेकर सरकार जहां एक ओर किसानों से बात कर रही है, वहीं सरकार के बहुत से मंत्री किसानों की मांग पर सवाल खड़े करते हुए नजर आ रहे हैं. मंगलवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नेटवर्क 18 से बात करते हुए कहा कि किसानों की तरफ से तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग गलत है और सरकार उनकी हर बात सुनने को राजी है, लेकिन ऐसा लगता है कि किसानों को कहीं और से गाइड किया जा रहा है. वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने ट्वीट कर विपक्ष के विरोध को पाखंड बताया है. उन्होंने लिखा कि वामपंथी पार्टियां भी सड़क पर उतर कर मोदी सरकरा पर मंडी समिति को कमजोर बनाने का आरोप लगा रही हैं. जबकि लेफ्ट शासित केरल में APMC ही नहीं है.