किशोर कुमार (Kishore Kumar)... फनकार एक, किरदार अनेक. फिल्में चलती होंगी सिर्फ एंटरटेनमेंट के दम पर लेकिन किशोर दा ने उसे मनोरंजक कभी अपनी जादुई आवाज से बनाया. कभी बेमिसाल कॉमेडी से, कभी बतौर संगीतकार धुन बनाकर, तो कभी खुद से कई फिल्मों को डायरेक्ट और प्रोड्यूस कर. भइया कला के हर साज छेड़ें हैं मायानगरी में आभास कुमार गांगुली उर्फ हम सब के चहेते किशोर दा ने.
बॉलीवुड के सीने पर किशोर कुमार ने 60 से लेकर 80 के दशक तक राज किया. उनकी पहचान तो कई मामलों में खास थी ही लेकिन जिस वजह से उन्होंने एक अलग मुकाम हासिल कर फैंस के दिलों पर राज किया वो था उनकी गायकी का अंदाज. किशोर दा ने हिंदी के साथ साथ कई सारे रीजनल लैंग्वेज में भी गाने गाए. उनकी आवाज वर्सेटाइल थी और, इसका प्रमाण है मेंस प्ले बैक सिंगिंग में उनके जीते रिकॉर्ड 18 फिल्मफेयर प्ले पुरस्कार. कि्शोर कुमार अपने बाद आने वाले लगभग सभी सिंगर्स के रॉल मॉडल रहे.
फिल्म शिकारी से एक्टिंग में डेब्यू करने वाले किशोर दा का निजी जीवन भी कम दिलचस्प नहीं रहा. उनके जीवन में 4 अभिनेत्रियां आईं. रूमा घोष (Rooma Ghosh), मधुबाला (Madhubala), यागिता बाली (Yogita Bali)और अंत में लीना चंदावरक (Leena) किशोर कुमार की चौथी पत्नी बनीं.
किशोर दा की ऑन स्क्रीन आवाज़ और एक्टिंग बेशक उनके खुशमिजाज चरित्र की ओर इशारा करती हो लेकिन रियल जिंदगी में वो काफी रिजर्व रहा करते थे. जानकार बताते हैं कि उनके बंगले के बाहर एक साइनबोर्ड लगा होता था, जिस पर लिखा होता था 'Beware of Kishore' यानी 'किशोर से सावधान रहें'.