बंगाल के BJP नेता और भाजपा सांसद मुकुल रॉय के बेटे (Mukul Roy) शुभ्रांशु रॉय (Subhranshu Roy) ने अपनी ही पार्टी को नसीहत दे डाली है. शुभ्रांशु ने कहा है कि जिस सरकार को लोगों का इतना समर्थन मिला है उसकी आलोचना करना बंद करना चाहिए. शनिवार को शुभ्रांशु रॉय ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा - 'लोगों के समर्थन से आई सरकार की आलोचना करने से पहले आत्ममंथन करने की जरूरत है. चुनी हुई सरकार की आलोचना करना बंद करें और आत्मनिरीक्षण करें.' इस नसीहत के बाद अब ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या बंगाल बीजेपी में चुनावी हार के बाद असंतोष पनप रहा है.
आपको बता दें कि पीएम मोदी की यास तूफान पर बंगाल में जो बैठक हुई थी उसे लेकर बीजेपी ने ममता पर खूब हल्ला बोला, बीजेपी नेताओं ने ममता पर पीएम के अपमान का आरोप लगाया और कहा कि ममता ने उन्हें 30 मिनट इंतजार करवाया. तो ममता ने पलटवार करते हुए कहा - इस तरह मेरा अपमान मत कीजिए. ममता ने बताया कि उन्हें पीएम की मीटिंग में जाने से रोका गया, इंतजार करवाया गया. जानबूझकर लास्ट मिनट में मीटिंग की जगह बदल दी गई, और फिर पीएम दफ्तर ने योजना के तहत मीडिया पर दबाव डालकर झूठ फैलाया. सीएम ने कहा कि पीएम मोदी जब बंगाल आते हैं तो मुझे बदनाम करने के लिए जानबूझकर बवाल खड़ा किया जाता है. ममता ने पूछा कि जब गुजरात और ओडिशा में सिर्फ पीएम और सीएम की बैठकें हुईं तो फिर बंगाल की PM-CM बैठक में अलग अलग नेताओं और टीएमसी विरोधी गवर्नर को क्यों बुलाया गया?