जातीय जनगणना (Caste Census) की मांग को लेकर एक बार फिर बिहार की सियासत गरम हो गई है. सोमवार को इसी मुद्दे पर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) समेत 10 विपक्षी दलों के 11 नेताओं ने PM मोदी से मुलाकात की.
साउथ ब्लॉक के प्रधानमंत्री के दफ़्तर पर हुई इस मुलाकात के बाहर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर हम सभी एकजुट हैं. PM मोदी के साथ इन नेताओं की मुलाकात करीब 40 मिनट चली.
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वैसे इस मुलाकात से पहले BJP के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि BJP कभी भी जातीय जनगणना की विरोधी नहीं रही. जाहिर है नीतीश की मुलाकात से पहले BJP के सुर बदल गए हैं. हालांकि नीतीश कुमार ने बैठक के बाद कहा कि बिहार की सभी राजनीतिक पार्टियों का इसको लेकर एक ही मत है. हमने PM नरेन्द्र मोदी को इस भावना से अवगत करा दिया है.
इस मौके पर राजद के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ये ऐतिहासिक काम होकर रहेगा, जब जानवरों की गिनती हो रही तो फिर इंसानों की गिनती भी होनी चाहिए. अगर धर्म के आधार पर भी गिनती हो रही है, तो जाति के आधार पर भी होनी चाहिए.
सीएम के साथ पीएम से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में 10 दलों के नेता शामिल हैं. जिसमें जेडीयू के विजय कुमार चौधरी, भाजपा के जनक राम, कांग्रेस के अजीत शर्मा, भाकपा माले के महबूब आलम, एआईएमआईएम अख्तरुल ईमान, हम के जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) वीआईपी के मुकेश सहनी, भाकपा के सूर्यकांत पासवान और माकपा के अजय कुमार भी शामिल रहे.