सोमवार रात कपिल सिब्बल (Sibbal Dinner Party) के घर हुई डिनर पार्टी को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं अभी भी जारी हैं. रविवार को अपना 73वां जन्मदिन मनाने वाले कपिल सिब्बल (Oppostion Meet) ने सोमवार को अपने जन्मदिन के मौके पर एक पार्टी रखी. इस पार्टी में 15 विपक्षी दलों के नेताओं ने शिरकत की. हाल फिलहाल में हुआ ये विपक्षी दलों के नेताओं का सबसे बड़ा जुटान था. इस पार्टी में ऐसे दलों के नेता भी दिखाई दिए जो अमूमन खुद को विपक्षी पाले से अलग दिखाते हैं, यानि कि बीजेडी, टीडीपी, वाईएसआर कांग्रेस और अकाली दल के नेता भी सिब्बल के बुलावे पर चले आए. साथ ही एक खास बात ये भी है कि इस पार्टी में ऐसे नेता भी मौजूद थे, जो बीते दिनों राहुल गांधी की ब्रेकफास्ट मीटिंग में शरीक नहीं हुए और अपनी जगह उन्होंने अपनी पार्टी के छोटे नेताओं को ब्रेकफास्ट बैठक के लिए भेजा था. एनसीपी के शरद पवार, आरजेडी के लालू प्रसाद यादव, सीपीएम के सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी. राजा, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला शामिल भी इस बैठक में शरीक हुए, ये नेता राहुल गांधी के नाश्ते से दूर रहे थे. यही नहीं, आम आदमी पार्टी ने राहुल गांधी के न्योते को ठुकरा दिया था पर सिब्बल के डिनर पर आप नेता संजय सिंह भी मौजूद थे.
बात कांग्रेस की ही करें तो जी-23 के बड़े नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद आनंद शर्मा, भूपिंदर सिंह हुड्डा, शशि थरूर, मनीष तिवारी और पृथ्वीराज चव्हाण भी डिनर में शामिल हुए तो इस गुट से अलग पी चिदंबरम और बेटे कार्ति चिदंबरम भी पार्टी में मौजूद थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कांग्रेस का जी -23 ग्रुप राहुल की ब्रेकफास्ट मीटिंग की तुलना में अपना राजनीतिक रसूख कायम साबित करना चाहता था.