संजय राउत ने एक बार फिर एक ऐसा स्टेटमेंट दिया है जिसके कारण महाराष्ट्र (Maharashtra) में चल रही गठबंधन की सरकार में गांठें पड़ सकती हैं.
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में राउत ने लिखा है कि अगर नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की जगह जिन्ना (Muhammad Ali Jinnah) को मारा होता तो भारत के विभाजन को रोका जा सकता था और 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाने की जरूरत नहीं होती.
अपने लेख में राउत ने आगे लिखा कि विभाजन के दर्द को तब तक नहीं भुलाया जा सकता जब तक अलग किया गया हिस्सा वापस नहीं लिया जाता. उन्होंने 'अखंड भारत' का पक्ष लिया लेकिन साथ ही ये भी जोड़ा कि ऐसा होगा उनको लगता नहीं है.
राउत बोले कि उम्मीद पर दुनिया कायम है और अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अखंड हिंदुस्तान चाहते हैं तो उनका स्वागत है. साथ ही उन्होंने पूछा कि मोदी ये भी बताएं उस हालत में पाकिस्तान के 11 करोड़ मुसलमानों को लेकर उनकी क्या योजना है.