Anchor link: कल्पना कीजिए कि आप बिस्तर पर गए और बिस्तर पर पड़ते ही आपको गहरी नींद आ गई. ये सुनने में थोड़ा अनरियल यानि अवास्तविक लग रहा होगा...है ना! खासकर युवाओं के लिए तो ये सिर्फ कल्पना ही हो सकती है. दिन भर की थकावट के बाद भी इनके लिए रात में सो पाना मुश्किल होता है. अब तो ऐसी स्थिति भी है कि थकावट और नींद की कमी (Sleep deprivation) का मुद्दा इंटरनेट पर पॉपुलर मीम ट्रेंड बना हुआ है. इन मीम्स पर हम हंसते भी खूब है और उसे खुद से रिलेट भी करते हैं. लेकिन सच तो ये है कि इन मीम्स की असलियत के बारे में सोचना भी बेहद जरूरी है.
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हम पूरी रात जागते हैं या देर से सोते है तो इससे हम हर समय थका थका फील करते हैं. इसके अलावा, फोन पर बेवजह सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स को (PE) स्क्रॉल करना, वेब शो और सीरीज़ देखना या सुबह तक काम करते रहना. ये सभी नींद की कमी का कारण है जो हमारे शरीर पर गंभीर असर डालते हैं. ये स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक हो सकता है आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही हेल्थ रिस्क के बारे में.
कैंसर का खतरा
जॉन हॉपकिंस मेडिसिन (John Hopkins Medicine) की रिपोर्ट बताती है कि रात भर काम करने से हमारा मेलाटोनिन का स्तर कम हो जाता है जिससे कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने में मदद मिलती है. नींद की कमी कैंसर को मारने वाली कोशिकाओं (cancer killing cells) को 70 प्रतिशत तक कम कर देती है जिसकी वजह से हमें खतरा अधिक रहता है.
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मानसिक स्वास्थ्य
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के मुताबिक, नींद की कमी के पीछे का एक कारण तनाव और चिंता हो सकता है. ये हमें चिड़चिड़ा बना देता है और हम दिन भर तनाव में रहते हैं. लंबे समय तक ऐसी स्थिति बने रहने से मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां भी हो सकती हैं
मोटापे का खतरा अधिक
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की स्टडी के मुताबिक, जब हम कम सोते हैं और पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो हमारे शरीर का मेटाबॉलिज़्म बिगड़ जाता है. नींद की कमी मोटापा और डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती है. क्योंकि एनर्जी कम होने की वजह से अधिक शुगर वाला खाना हमें आकर्षित करता है जो वज़न बढ़नेता एक और कारण है.
खराब वर्क परफॉर्मेंस
अगर हमें रात में अच्छी नींद नहीं आती है तो ये निश्चित रूप से हमारे वर्क परफॉर्मेंस पर असर डालता है. पर्याप्त नींद नही लेने से ये आपके दिमाग के काम करने की क्षमता को प्रभावित करता है. जिससे आपको काम को अच्छे से कर पाने में मुश्किल होती है जिससे चिंता और तनाव भी बढ़ता है.
इन सभी को देखते हुए हमारी सलाह है कि आप अपनी नींद को प्राथमिकता दीजिए. काम, इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्मेस और नेटफ्लिक्स जैसे चैनल अगले दिन का इंतजार कर सकते हैं. इन सबके बजाय बिस्तर पर जाने से पहले नहा ले और एक किताब पढ़ें. यकीन मानिये इन आदतों का आपकी नींद की क्वालिटी पर पॉजिटिव असर पड़ेगा. इसीलिए इन आदतों को अपनाइये और पूरी नींद लीजिए.
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