राज्यसभा (Rajya Sabha) के सभापति और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Rajya Sabha Chairman Venkaiah Naidu) ने मंगलवार को सदन में हुए हंगामे को लेकर खासी नाराजगी जताई. सभापति ने कहा कि मैं कल कुछ सदस्यों द्वारा टेबल पर चढ़ जाने की घटना से बेहद दुखी और व्यथित हूं. इस घटना की वजह से मैं रातभर सोया नहीं हूं.
अपना लिखित बयान पढ़ते हुए वेंकैय्या नायडू बेहद भावुक हो गए और करीब-करीब रो पड़े. उन्होंने कहा कि इस सदन की गरिमा जिस तरह से भंग की गई और वो बहुत चिंताजनक है. मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे जैसे विभिन्न धर्मों के पवित्र स्थल हैं, वैसे ही देश के लोकतंत्र का मंदिर है हमारी संसद. टेबल एरिया, जहां महासचिव और पीठासीन पदाधिकारी बैठते हैं, उसे सदन का गर्भगृह माना जाता है. उन्होंने संकेत दिए हैं कि हंगामा करने वाले सांसदों पर कार्रवाई होगी.
बता दें कि मंगलवार को कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह (Aam Aadmi Party Sanjay Singh) टेबल पर चढ़ गए थे. बाजवा ने रूलबुक चेयर पर फेंकी थी. इसी मसले पर नायडू ने बुधवार को सदन शुरू होते ही नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि आप इस तरह के हंगामे के साथ सरकार को फ़ोर्स नहीं कर सकते कि ये करो या ये ना करो.
दरअसल सरकार और विपक्ष के बीच पेगासस जासूसी स्कैंडल, पेट्रोल-डीजल की कीमत और किसान आंदोलन जैसे मुद्दों को लेकर टकराव है. दोनों पक्ष एक दूसरे पर चर्चा नहीं होने देने का आरोप लगा रहे हैं. पेगासस मुद्दे पर विपक्ष के चर्चा कराने की मांग पर सरकार ने इसे चर्चा करने लायक ही नहीं माना है.