दुनिया में जारी कोरोना संकट के बीच 23 जुलाई से जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक (Tokyo Olympic ) का आगाज होने जा रहा है...लिहाजा तमाम सावधानियां बरती जा रही हैं ...स्टेडियम्स में दर्शक नहीं होंगे लेकिन खिलाड़ियों का उत्साह कम नहीं होगा...क्योंकि खेल के इस महाकुंभ में पोडियम पर चढ़ना हर खिलाड़ी का सपना होता है...
खेल के इस सबसे बड़े आयोजन में जलवा बिखेरने के लिए भारतीय दल (India in Olympics) भी तैयार है...अहम ये है कि इस साल भारत न सिर्फ अपने ओलंपिक इतिहास का सबसे बड़ा दल (largest group) भेज रहा है बल्कि सबसे ज्यादा स्पर्धाओं में भी भाग ले रहा है...लिहाजा इरादे बुलंद हैं...आइए एक नजर डाल लेते हैं भारत के ओलंपिक के अब तक के सफर और उम्मीदों पर
GFX *Header- 'टोक्यो ओलंपिक' में भारतीय दल*
भारत इस बार 18 खेलों की 69 स्पर्धाओं में भाग लेगा
इस बार भारत के 100 से ज्यादा एथलीट, हॉकी की दोनों टीमें शामिल
इस बार 15 शूटर होंगे , किसी भी कैटेगरी में जगह बनाने वाला सबसे बड़ा दल
पहली बार भारत ने फेसिंग और तैराकी के लिए भी क्वालीफाई किया
vo- जाहिर है भारत को इस बार ओलंपिक में अपने खिलाड़ियों से सबसे ज्यादा पदक (most medals) की उम्मीद है...हालांकि इससे पहले ये जानना भी दिलचस्प रहेगा कि भारत का अब तक का ओलंपिक का सफर कैसा रहा है?
GFX *Header- ओलंपिक में भारत का सफर*
ब्रिटिश इंडिया की ओर से नार्मल पिचार्ड सबसे पहले भारतीय ओलंपियन
नार्मड ने 200 मीटर तथा 200 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीता था
1920 में भारत ने पहली बार आधिकारिक तौर पर ओलंपिक में भाग लिया
तब 6 खिलाड़ियों का दल भेजा गया था, 1924 में 15 खिलाड़ियों का दल भेजा
साल 1900 से 2016 तक भारत ने ओलंपिक में 28 पदक जीते हैं
इनमें नौ गोल्ड, सात सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं
भारतीय हॉकी टीम ने देश को सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल दिलाए
पहला गोल्ड 1928 में फिर अंतिम गोल्ड मेडल साल 1956 में मिला
साल 1952 में केडी जाधव ने देश की ओर से पहला व्यक्तिगत मेडल जीता
जाधव ने कुश्ती के फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था
व्यक्तिगत स्पर्धा का गोल्ड मेडल साल 2008 में अभिनव बिंद्रा ने जीता
VO- पदकों की संख्या के हिसाब से साल 2012 का लंदन ओलंपिक अब तक भारत के लिए सबसे सफल रहे हैं. भारत ने तब दो सिल्वर मेडल और चार कांस्य पदक अपने नाम किए. तब सुशील कुमार, मैरीकॉम, सायना नेहवाल, योगेश्वर दत्त, विजय कुमार और गगन नारंग ने पदक जीते थे....वैसे मौजूदा ओलंपिक में इनमें से कई नाम गायब हैं. लेकिन फिर भी इस बार एक्सपर्ट्स ज्यादा पदक की उम्मीद कर रहे हैं...अब जान लेते हैं कि वे कौन से खिलाड़ी हैं जो इस बार भारत की झोली में पदकों का तोहफा दे सकते हैं.
GFX*खेलाड़ी स्पर्धा*
पीवी सिंधु बैडमिंटन
दुत्ती चंद 100 और 200 मीटर दौड़
विनेश फोगाट कुश्ती-53 किलो
दीपिका कुमारी तीरंदाजी
अतनु दास तीरंदाजी
नीरज चोपड़ा जवलिन थ्रो
सीमा पुनिया डिस्कस थ्रो
मैरी कॉम बॉक्सिंग- 51 किलोग्राम
विकास कृष्णा बॉक्सिंग- 69 किलोग्राम
अमित पंघाल बॉक्सिंग- 52 किलोग्राम
मनु भाकर शूटिंग- 10 मीटर
यशस्विनी सिंह शूटिंग- 10 मीटर
मीराबाई चानू वेटलिफ्टिंग
मनिका बत्रा टेबल टेनिस
वैसे टोक्यो ओलंपिक 2020 भारत के लिए बेहद खास है क्योंकि ठीक सौ साल पहले 1920 में भारत ने आधिकारिक तौर पर ओलंपिक में भाग लेना शुरु किया था... तब छह लोगों की टीम गई थी और आज 126 लोगों की...13 जुलाई को PM ने ओलंपिक में पदक के दावेदार 15 खिलाड़ियों से जब बात की तब भी देश में ये उम्मीद बढ़ी कि इस बार हमारे खिलाड़ी देश की झोली में सबसे ज्यादा पदक डालेंगे...उम्मीदें इसलिए भी हिलोरें मार रही हैं क्योंकि मौजूदा भारतीय दल में कई खिलाड़ी अपने-अपने खेल में पूरी दुनिया में टॉप 10 रैकिंग में शामिल हैं.