CUET: संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी)-स्नातक परीक्षा का कार्यक्रम लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम को देखते हुए बदल सकता है.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने इसकी घोषणा की है. उन्होने कहा है कि "संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी)-स्नातक परीक्षा का कार्यक्रम लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम के आधार पर बदले जाने की संभावना है"
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को घोषणा की थी कि परीक्षा 15 से 31 मई तक आयोजित की जाएगी और परिणाम 30 जून को घोषित किए जाएंगे.
भारत में 18वीं लोकसभा के लिये आम चुनाव होने वाले हैं, जिसके कार्यक्रम की घोषणा इस महीने होने की संभावना है.
यूजीसी के प्रमुख कुमार ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, 'एनटीए द्वारा घोषित तारीखें अस्थायी हैं. चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद, एनटीए सीयूईटी-स्नातक की तारीखों को अंतिम रूप देगा। अस्थायी कार्यक्रम 15 मई से है.'
सीयूईटी-स्नातक के लिए आवेदन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हुई और 26 मार्च को समाप्त होगी.
सीयूईटी-स्नातक देशभर में किसी भी केंद्रीय विश्वविद्यालय या इसमें शामिल अन्य संगठनों जैसे राज्य, डीम्ड और निजी विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने के इच्छुक छात्रों को एकल-खिड़की अवसर प्रदान करता है। सीयूईटी-स्नातक परीक्षा को 2022 में शुरू किया गया था।
एक बदलाव को रेखांकित करते हुए, एनटीए ने घोषणा की है कि परीक्षा ‘हाइब्रिड मोड’ में आयोजित की जाएगी - कुछ विषयों के लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा और अन्य के लिए कागज और कलम के जरिये परीक्षा होगी।
अधिकारियों ने कहा था कि अधिक संख्या में पंजीकरण वाले विषयों के लिए, परीक्षा ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (ओएमआर) प्रारूप का उपयोग करके ‘पेन-एंड-पेपर मोड’ में आयोजित की जाएगी। दूसरों के लिए यह कंप्यूटर आधारित रहेगी।
पिछले साल, परीक्षा एजेंसी को सीयूईटी-स्नातक के लिए लगभग 14.9 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे