Chhattisgarh Election Results 2023: बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की वापसी की सभी भविष्यवाणियों को खारिज कर दिया है. कांग्रेस की हार के लिए कई कारकों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. इसमें राज्य नेतृत्व के उच्चतम स्तर पर तनाव के साथ-साथ सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप भी शामिल हैं.
चुनाव से कुछ दिन पहले ईडी ने सीएम भूपेश बघेल को कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाला मामले से जोड़ा था. बीजेपी ने इस मौके का इस्तेमाल सभी रैलियों में कांग्रेस पर हमला करने के लिए किया. महादेव ऐप के अलावा ईडी धान, एक्साइज, माइनिंग और कोयला लेवी से संबंधित अन्य कथित घोटालों की भी जांच कर रही है.
मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए भूपेश बघेल और उनके डिप्टी टीएस सिंहदेव के बीच प्रतिद्वंद्विता छिप नहीं सकी और बीजेपी ने इसका पूरा फायदा उठाया. बीजेपी के मुख्य प्रचारक पीएम नरेंद्र मोदी अपनी रैलियों में अक्सर कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते रहे.
ऐसा प्रतीत होता है कि किसानों को उनकी फसल का उत्कृष्ट मूल्य दिलाने के कांग्रेस के बड़े वादों के बावजूद केंद्र की पीएम किसान सम्मान निधि ने किसानों को ज्यादा प्रभावित किया. किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये मिलते हैं.
छत्तीसगढ़ लंबे समय से नक्सल समस्या से जूझ रहा है. यह समस्या तब भी थी जब भाजपा की रमन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य में सालों तक शासन किया था. हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह ने लोगों को यह समझाने की जिम्मेदारी ली कि केवल उनकी पार्टी ही इस समस्या को जड़ से खत्म कर सकती है.
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने महिला मतदाताओं का समर्थन हासिल करने के लिए राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया था. हालांकि, वादा कभी पूरा नहीं हुआ और भाजपा ने मतदाताओं को इस असफल वादे की याद दिलाने का मौका नहीं छोड़ा.
Election Results 2023: 'आज की हैट्रिक ने 2024 की हैट्रिक की गारंटी दी', पीएम मोदी का बड़ा दावा