JDU के 'INDIA गठबंधन द्वारा नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का ऑफर दिया गया' वाले बयान पर कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, "वे कुछ भी कह सकते हैं क्योंकि उनका दोबारा मन बन रहा होगा कि वे वापस आ जाए। ऐसी राजनीति हमें नहीं चाहिए. हमारे पास और भी नेता हैं और अगर उनका मानना है तो उन्हें INDIA गठबंधन में आना चाहिए और देशहित की बात करनी चाहिए..."
इससे पहले JDU प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, "प्रधानमंत्री(नीतीश कुमार को) पद का ऑफर मिला, JDU ने इस ऑफर को स्वीकार नहीं किया और नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का अनुमोदन किया. INDIA गठबंधन द्वारा यह ऑफर दिया गया। इसका सबूत हमारे पास मोबाइल फोन में है, किसी ने नाम जानना चाहा तो हम बताएंगे. यह ऑफर चार जून को परिणाम आने के बाद आया. ऑफर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ और सहयोगी पार्टी से आया"
उन्होंने कहा कि ऐसे प्रस्ताव उन लोगों की तरफ से आए जिन्होंने नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने का विरोध किया था. हालांकि केसी त्यागी ने किसी नेता का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि विपक्ष के कई शीर्ष नेता नीतीश कुमार से बात करना चाहते थे लेकिन हमने फैसला किया कि अब पीछे झांकने का सवाल ही पैदा नहीं होता. हम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए को ही मजबूत करेंगे.
उन्होने कहा कि नीतीश कुमार ने ही इंडिया गठबंधन की पहल की और इसका निर्माण किया इतना ही नहीं कांग्रेस के सियासी छूआछूत से मुक्त किया. अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल जैसे नेता कांग्रेस से सीट शेयरिंग नहीं करना चाहते थे लेकिन उन्हें भी इंडिया ब्लॉक में लाने का काम किया