उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के चुनाव संपन्न होते ही एक बार फिर एग्जिट पोल (Exit Poll) की चर्चा तेज हो गई. चुनाव से पहले इसी तरह से ओपिनियन पोल (Opinion Poll) की खबरें हर जगह देखी जा रही थी. आइए, तमाम चुनावी हलचल के बीच जानते हैं कि एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल (Exit Poll vs Opinion Poll) में क्या अंतर है और साथ ही इससे जुड़ी रोचक जानकारियां क्या-क्या है ?
एग्जिट पोल एक चुनावी सर्वे (election survey) है. जिसे मतदान के तुरंत बाद किया जाता है इसमें केवल वोटर्स को ही शामिल किया जाता है. इसे वोटिंग के दिन किया जाता है. इसमें वो लोग शामिल होते हैं जो वोटर हैं, जो वोट देकर पोलिंग बूथ (polling booth) से बाहर आते हैं. पोलिंग बूथ पर अलग-अलग सर्वे एजेंसी (survey agency) के प्रतिनिधि मौजूद होते हैं. यही लोग वोटर से पूछते हैं कि वोट किसे दिया ? हर विधानसभा के अलग-अलग पोलिंग बूथ पर वोटर से राय ली जाती है. मतदान खत्म होने के बाद पूछे गए सवालों का आंकड़ा जुटाया जाता है. इन आंकड़ों के हिसाब से अंदाजा (election prediction) लगाया जाता है कि पब्लिक का मूड किस ओर है?
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ओपिनियन पोल को चुनाव से पहले किया जाता है. इसमें सभी लोग शामिल किए जाते हैं. भले वो वोटर हों या नहीं हों. ओपिनियन पोल के रिजल्ट के लिए चुनावी लिहाज से क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों पर जनता की नब्ज को टटोली जाती है. इसके यह जानने की कोशिश की जाती है कि जनता किस बात से नाराज और किस बात से संतुष्ट हैं.
ये एजेंसी और चैनल कराते हैं सर्वे
• टुडे चाणक्य
• एबीपी-सी वोटर
• न्यूज़ एक्स-नेता
• रिपब्लिक-जन की बात
• सीएसडीएस (CSDS)
• आईपीएसओएस
• एक्सिस
• सीएनएक्स