गुजरात (Gujarat) में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. गुरुवार को मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) राजीव कुमार (Rajeev Kumar) ने बताया कि गुजरात में दो चरणों में चुनाव होंगे, प्रदेश में 1 और 5 दिसंबर को वोटिंग होगी. प्रेस कांफ्रेंस में चुनाव आयोग ने बताया कि गुजरात के गिर के जंगल में एक वोटर के लिए मतदान केंद्र बनाया जाएगा. यहां मतदान संपन्न कराने के लिए 15 चुनाव कर्मियों की टीम इस बार भी पहुंचेगी. दरअसल, ये गुजरात में एक ऐसा पोलिंग बूथ है जहां पर सिर्फ एक ही वोटर है. भारत के लोकतंत्र की मजबूती के लिए हर साल इस एक वोटर के लिए बाकायदा पोलिंग सेंटर बनाया जाता है.
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मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमारे लिए एक-एक वोट का महत्व है. यह चुनाव संस्था की ताकत है. गुजरात के गिर फॉरेस्ट में हम इकलौते वोटर के लिए पोलिंग बूथ बनाएंगे."
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आपको बता दें कि सबसे पहले यह बूथ 2007 में शुरू हुआ था जहां भरतदास बापू वोट डालने जाते थे. लेकिन 2019 में भरतदास बापू के निधन के बाद उनके गुरु भाई हरिदास बापू उनकी जगह यहां के निवासी हो गए. इसके बाद बूथ हमेशा की तरह एक और वोट के लिए बना रहा. इस बूथ पर एक मतदाता होने से 100 फीसदी मतदान होता है. यहां एक वोटर होने की कहानी दिलचस्प है. गिर के जंगल में आने वाले बानेज के गांव में आने की इजाजत किसी को नहीं है. इसी वजह से यहां मंदिर में रहने वाले पुजारी के लिए ही अलग पोलिंग बूथ बनाया जाता है.