Political History Of Gujarat: गुजरात (Gujarat) में विधानसभा चुनाव (assembly elections) 2022 के नतीजों के बाद राज्य में 15वीं विधानसभा अस्तित्व में आएगी.182 सीटों (182 seats) वाले राज्य गुजरात में इस बार मुकाबला द्विपक्षीय यानी कांग्रेस (Congress)और बीजेपी (BJP) के बीच ही न होकर त्रिकोणीय (triangular) माना जा रहा है क्योंकि जंग में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) पूरे दमखम के साथ उतर गई है.हालांकि 2017 में भी आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में उतरी थी लेकिन अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी. तो अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि गुजरात में वर्षों पुराना इतिहास दोहराया जाता है या नई पार्टी सत्ता में आती है. राज्य में अब तक हुए चुनाव की बात करें तो 1960 में राज्य के गठन के बाद 1975 तक लगातार कांग्रेस सत्ता में रही.राज्य में पहला सियासी टर्निंग प्वाइंट 1975 को माना जा सकता है जब पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार बनी, लेकिन 1995 राज्य के लिए वो दूसरा टर्निंग प्वाइंट रहा जब गुजरात में पहली बार अपने बल पर बीजेपी ने सरकार बनाई, इसके बाद आया मोदी युग यानी गुजरात का वो सबसे लंबा वक्त जब नरेन्द्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे.
Gujarat 1st Phase Voting: मतदान के बाद किसने किया 150 + सीटें जीतने का दावा...
एक मई 1960 को गुजरात बना राज्य
1960 में 132 सीटों के लिए चुनाव हुए
112 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली
डॉ जीवराज नारायण मेहता पहले सीएम
1962 में फिर बनी कांग्रेस की सरकार
1967 में 168 सीटों पर चुनाव हुए.
कांग्रेस 99,जनसंघ को 1 सीट मिली
1972 में कांग्रेस को 140 सीटें मिलीं
1975 में पहली गैर कांग्रेसी सरकार
बाबूभाई पटेल पहले गैर कांग्रेसी सीएम
1980 में कांग्रेस की सत्ता में वापसी
1985 में कांग्रेस को रिकॉर्ड 149 सीटें
1990 में दूसरी गैर कांग्रेसी सरकार
1995 में पहली बार बीजेपी सरकार
केशुभाई पटेल को सीएम बनाया गया
2002,2007,2012 में सीएम मोदी थे
2017 में मोदी पीएम थे लेकिन सीटें कम
2002 में नरेंद्र मोदी को राज्य की कमान संभाले एक साल हुआ था और गुजरात ने अपने इतिहास का सबसे भयावह दंगा देखा था.हालांकि 2002 के चुनाव में बीजेपी और मजबूती के साथ उभरी.बीजेपी को 127 सीटें मिले.2007 और 2012 का चुनाव नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ही बीजेपी ने जीता. 2014 में नरेन्द्र मोदी पीएम बन गए और 2017 में हालांकि बीजेपी की ही सरकार बनी लेकिन वो 100 के अंदर सिमट गई.