हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) में अबकी बार क्या इतिहास बदलेगा या फिर पहाड़ी राज्य की जनता सत्ताधारी बीजेपी (BJP) को एक और मौका देगी. इसका फैसला आज यानी शनिवार को EVM में कैद हो जाएगा. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election) के लिए 12 नवंबर यानि शनिवार को वोटिंग (Voting) होगी. राज्य की 68 विधानसभा सीटों में से कुछ सीटें ऐसी हैं जिन पर दिग्गज नेता मैदान में उतरे हैं. हम आपको आज ऐसी ही कुछ सीटों के बारे में बताने जा रहे हैं.
1-सिराज विधानसभा सीट
हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) सिराज सीट से मैदान में उतरे हैं. पांच बार विधायक रहे जयराम का मुकाबला इस बार फिर से कांग्रेस के चेतराम ठाकुर (Chetram Thakur) के साथ है. साल 2017 में जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के चेतराम ठाकुर को 11,254 मतों के अंतर से हराया था.
2-शिमला ग्रामीण क्षेत्र
शिमला ग्रामीण सीट से हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) के बेटे विक्रमादित्य सिंह(Vikramaditya Singh) मैदान में हैं. यहां से वो पिछला चुनाव जीत चुके है, बीजेपी ने यहां से कांग्रेस के संभावित सीएम उम्मीदवार को चुनौती देने के लिए रवि मेहता को मैदान में उतारा है.
3-हरोली विधानसभा सीट
हरोली विधानसभा सीट से कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) मौजूदा विधायक हैं, वो इस बार के चुनाव में वे जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं. मुकेश अग्निहोत्री ने 2017 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार (Rajkumar) को 7377 वोटों से हराया था. बीजेपी ने एक बार फिर राम कुमार पर भरोसा जताया है जो लगातार दो बार मुकेश अग्निहोत्री से चुनाव हार चुके हैं.
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4- ठियोग विधानसभा सीट
हिमाचल की राजधानी शिमला जिले में आने वाली ठियोग विधानसभा सीट इकलौती ऐसी सीट थी, जहां CPI(M) ने 2017 के चुनाव में जीत हासिल की थी. CPI(M) के सीटिंग MLA राकेश सिंघा (Rakesh Singha) के खिलाफ बीजेपी ने अजय श्याम को मौका दिया है, जबकि कांग्रेस ने कुलदीप सिंह राठौर को अपना उम्मीदवार बनाया है.
5-फतेहपुर सीट
फेतहपुर सीट पर सबकी नजरें हैं. ये सीट तब सुर्खियों में आई जब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में पीएम मोदी इस सीट से बीजेपी के बागी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार से चुनाव से हटने की अपील कर रहे थे. कृपाल परमार को 2017 के चुनाव में BJP ने टिकट दिया था लेकिन तब वे कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुजान सिंह पठानिया से चुनाव हार गए. कांग्रेस ने इस बार दिवंगत कांग्रेस नेता सुजान सिंह पठानिया के बेटे भवानी सिंह पठानिया को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि बीजेपी ने राकेश पठानिया पर भरोसा दिखाया है.
6-डलहौजी विधानसभा सीट
कांग्रेस की प्रत्याशी आशा कुमारी डलहौजी से छह बार विधायक रह चुकी हैं. छतीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह की बहन आशा कुमारी का 1985 से इस विधानसभा क्षेत्र में खासा दबदबा है और इस बार उनका मुकाबला BJP के डीएस ठाकुर से है.
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