Election Commission : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को चुनाव आयोग के लिखे पत्र पर कांग्रेस ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा है कि चुनाव आयोग से तीन सवाल पूछे गए थे जिसका उसने जवाब नहीं दिया है.
गुरुवार को कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग की निंदा की और कहा कि चुनाव आयोग अपने संवैधानिक दायित्वों को भूल गई है. कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि "चुनाव आयोग को बचा रही है बीजेपी. कह रही है नहीं हो रही आंकड़ों में हेरा फेरी" .
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चुनाव आयोग का जवाब आया कि सभी को हिदायत है कि कम्युनल न हो. ये सवाल उठा कि सांप्रदायिक भाषा चिन्ह तुलनात्मक, घटे हुए वक्तव्य को. 26 अप्रैल के कंप्लेन के बाद करीब एक महीने के बाद माननीय प्रधानमंत्री और न ही गृहमंत्री का कोई वक्तव्य आता है. और 27- 28 दिन बाद ये वक्तव्य आता है.
दोनों अध्यक्षों को लिख दिया. पीएम और गृहमंत्री का कहीं नाम नहीं. ये चुनाव आयोग है ये किसी का चुनावी एजेंट नहीं है. चुनाव आयोग देख रही है लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है.
उन्होने कहा कि तीन सवालों के जवाब चुनाव आयोग से पूछे गए थे 1. 17 सी जो फॉर्म होता है कितने पोलिंग स्टेशन में कितने वोट दिये गए. 2. कौन सी मशीन कौन सी पोलिंग स्टेशन पर लगाई गई और 3. किस पोलिंग में कितने वोट पड़े ये मांग चुनाव आयोग से की गई थी लेकिन चुनाव आयोग ने जो जवाब दिया है वो हास्यास्पद है.
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