Elections Update: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मुर्शिदाबाद (Murshidabad) में रामनवमी (Ram Navami) के मौके पर जहां हिंसा हुई वहां लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग नहीं होगी. ये बड़ा फैसला सुनाया है कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) ने. हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक, जहां हिंसा हुई वहां चुनाव की इजाजत नहीं दी जा सकती.
रामनवमी पर हुआ था बवाल
बता दें कि मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा शहर में मस्जिद के पास से शोभायात्रा निकालने के बाद दो समुदायों के बीच संघर्ष हुआ था. इस बीच बम फटने की भी खबर मिली थी. वहीं बीजेपी ने मुर्शिदाबाद के रेजीनगर में हिंदू श्रद्धालुओं पर पत्थरबाजी होने का आरोप लगाया था.
दो पुलिस अफसरों पर गिरी थी गाज
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में रामनवमी के अवसर पर जुलूस निकाले जाने के दौरान हुई हिंसा को रोकने में कथित तौर पर नाकाम रहने को चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है. आयोग ने सफल रहने पर शुक्रवार को दो पुलिस थानों के प्रभारियों को निलंबित कर दिया. चुनाव आयोग के अनुसार, निर्देशों के बावजूद शक्तिपुर और बेलडांगा पुलिस थानों के प्रभारी 'धार्मिक हिंसा' को रोकने में विफल रहे.
पूर्वी मेदिनीपुर में भी हिंसक झड़प देखने को मिली थी
रामनवमी के अवसर पर केवल मुर्शिदाबाद ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर में भी हिंसक झड़प देखने को मिली थी. यहां पर हुई हिंसा में तकरीबन 4 लोग घायल हो गए. बीजेपी ने आरोप लगाया कि शोभायात्रा पर पत्थर बरसाए गए. पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े थे.
नंदीग्राम में BJP का दफ्तर जलाने का भी आरोप
भारतीय जनता पार्टी ने ये भी आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के पांच कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया गया है. बीजेपी की उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल मौके पर पहुंची और पार्टी कार्यकर्ताओं को तुरंत छोड़ने की मांग की. पॉल की अगुवाई में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टायर जलाए और बेल्डा-कांठी के रास्ते को बंद कर रातभर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, पार्टी ने आरोप लगाया कि नंदीग्राम में बीजेपी का दफ्तर जला दिया गया.
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