सीपीआई (एम-एल) लिबरेशन ने सोमवार को अपना चुनाव घोषणापत्र जारी किया, जिसमें उसने बैलेट पेपर के जरिए मतदान करने, राज्यपाल के पद को समाप्त करने और निर्वाचित प्रतिनिधियों को वापस बुलाने के मतदाताओं के अधिकार के अलावा बेरोजगारी भत्ता और किसानों के कर्ज माफ करने का वादा किया है.
घोषणापत्र जारी करते हुए पार्टी महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार का लगातार तीसरा कार्यकाल देश के संविधान और संसदीय लोकतंत्र के लिए "एक पूर्ण आपदा" होगा.