बीजेपी ने कर्नाटक के बागी नेता केएस ईश्वरप्पा पर एक्शन लेते हुए कर्नाटक बीजेपी के दिग्गज नेता केएस ईश्वरप्पा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. ईश्वरप्पा ने अपने बेटे को हावेरी से लोकसभा टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर शिवमोगा से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए नामांकन कर दिया है. जिसके बाद पार्टी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है. चुनाव आयोग से ईश्वरप्पा को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में गन्ना किसान चुनाव चिन्ह मिला है.
ईश्वरप्पा (75) राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं.शिमोगा लोकसभा सीट पर भाजपा की ओर से विजयेंद्र के भाई और सांसद बी वाई राघवेंद्र प्रत्याशी हैं.
ईश्वरप्पा ने कहा, ‘‘ जब मैं निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ रहा हूं तो वह कौन -सी अनुशानात्मक कार्रवाई करेंगे? निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का मतलब है कि मैं पार्टी से बाहर आ गया हूं.बतौर भाजपा अध्यक्ष उन्हें यह भी नहीं पता है कि निर्दलीय चुनाव लड़ने का क्या मतलब होता है.’’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह स्वतंत्र (निर्दलीय) हैं और भाजपा से संबद्ध नहीं हैं.उन्होंने कहा, ‘‘ आप जो भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करना चाहते हैं, कीजिए. मैं ऐसी धमकियों से नहीं डरता. मेरा इरादा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इरादे जैसा है.मोदी कहते हैं कि वह केंद्र में कांग्रेस की सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी की परिवारवादी राजनीति का मुकाबला कर रहे हैं जबकि मेरा प्रयास पार्टी को पिता एवं पुत्रों (येदियुरप्पा एवं उनके बेटों) की जकड़न से बहार लाना है.’’