लोकसभा चुनाव (Lok Sabha 2024) के लिए तीसरे चरण की वोटिंग मंगलवार को गई है.अभी चार चरणों की वोटिंग और बाकि है.जैसे-जैसे चुनाव अपनी समाप्ति की तरफ बढ़ रहा है राजनीतिक दल शब्दों के जरिए सियासी रण में वोटरों को साधने के लिए एक दूसरे पर आक्रामक हमले कर रहे हैं. उसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के मुसलमानों के लिए आरक्षण की वकालत करके देश में सियासी घमासान शुरू हो गया. पीएम मोदी समेत बीजेपी के कई दिग्गज़ नेता लालू यादव के बयान की आलोचना करने में जुट गए.
लालू के बयान पर पीएम मोदी पलटवार किया.
(पीएम मोदी बाइट) पीएम मोदी ने कहा कि " मोदी ने कहा, 'कांग्रेस चुप है, लेकिन आज उसके एक सहयोगी दल ने INDI गठबंधन के इरादों की पुष्टि कर दी. उनके नेता जो चारा घोटाले के मामले में जेल में हैं और कोर्ट से सजा पा चुके हैं,अभी जमानत पर बाहर आए हैं. कांग्रेस ऐसे लोगों को माथे पर बिठाकर नाच रही है. '
धर्म के आधार पर आरक्षण देने की बात कह कर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने दल के रणनीतिकारों की ही होश उड़ा दी.दरअसल लालू यादव के इस बयान से एक तरफ मुस्लिम को आरक्षण तो देने के इरादे की पुष्टि तो हुई पर साथ इसके यह भी संदेश गया कि मुस्लिमों को आरक्षण देने हेतु पिछड़ों को अपने कोटे से मुस्लिमों के आरक्षण के लिए जगह देनी होगी.और जिसे पीएम मोदी समेत वरीय नेताओं ने पिछड़ों के आरक्षण में डाका की संज्ञा दी। यही कारण है कि लालू को अब बैकफुट पर आना पड़ा.
पिछड़ों के वोट खिसकने से बचने या यों कह लें कि डैमेज कंट्रोल के लिए लालू यादव ने चंद घंटों में ही बयान बदलते हुए कहा कि मंडल कमीशन को हमने लागू किया था.मंडल कमीशन में सैकड़ों जातियां हैं, जो सामाजिक आधार पर है. धर्म आधार पर नहीं हैं। नरेंद्र मोदी आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं. इसलिए तरह-तरह का बहाना बनाते हैं.अटल बिहारी वाजपेयी ने तो संविधान समीक्षा आयोग बना दिया था. ताकि ये लोग संविधान को बदल दें, लेकिन धर्म आरक्षण का आधार हो ही नहीं सकता है, आरक्षण का सामाजिक आधार होता है.
लालू के बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हैं.राजनीतिक जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के अन्य चरणों में विपक्षी गठबंधन पुरजोर तरीके से बीजेपी को टक्कर देना चाहता है.यही कारण है कि लालू यादव ने तीसरे चरण के मतदान के बीच मुस्लिम आरक्षण का दांव खेला और मतदान खत्म होने से पहले पलटी भी मार ली.लालू के बयान के पीछे सिर्फ बीजेपी को मुस्लिम विरोधी जाहिर करने की मंशा हो सकती है. दरअसल लालू के बयान के बाद बीजेपी नेता खुलकर मुस्लिम आरक्षण के विरोध में उतर आए.राजनीतिक जानकार सोचते हैं कि लालू इस बयान के जरिए शेष चरणों में होने वाली वोटिंग में मुस्लिम वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रहे हैं.
2015 में विधानसभा चुनाव थे बिहार में जहां लालू ने 15 साल लालू ने राज किया, तब आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा था की आरक्षण खत्म होना चाहिए तब लालू खुद इस मुद्दे को ले उड़े थे. तब लालू ने कहा था कि बीजेपी आरक्षण को खत्म कर देगी.इसके बाद लालू और नीतीश को बंपर जीत मिली थी.
कुल आरक्षण है: 59.5%
SC: 15%
OBC: 27%
ST: 7.5%
EWS: 10%