Madhavi Latha : हैदराबाद से बीजेपी की टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी माधवी लता एक बार फिर विवादों में हैं. दरअसल उन्होने महिला वोटरों को अपना बुर्का हटाने के लिए मजबूर किया ताकि वो वोटर आईडी से चेहरे का मिलान कर सकें. माधवी लता का कहना है कि वो उम्मीदवार हैं और कानून के मुताबिक उम्मीदवार को फेसमास्क के बिना ID कार्ड की जांच करने का उन्हें अधिकार है. लेकिन इस पर विवाद छिड़ गया और मलकपेट पुलिस स्टेशन में माधवी लता पर कई धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया.
हालांकि माधवी लता ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि वो पुरुष नहीं महिला हैं और उन्होने काफी विनमर्ता से निवेदन किया कि क्या वो आईडी कार्ड के साथ महिलाओं को देख सकती हैं. माधवी के मुताबिक अगर कोई इस घटना को बड़ा मुद्दा बनाना चाहता है तो इसका मतलब साफ है कि वो डरा हुआ है
हैदराबाद के आजमपुर में पोलिंग बूथ संख्या 122 पर पहुंची माधवी लता ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा था कि कई मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां सीनियर सिटीजन मतदाता तो आ रहे हैं, लेकिन उनका नाम सूची से हटा दिया गया है. माधवी लता ने पुलिस पर आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस बेवजह परेशान कर रही है. पुलिस द्वारा कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के बाद हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार माधवी लता मंगलहाट पुलिस स्टेशन पहुंचीं
माधवी लता का इससे पहले भी एक विवादित वीडियो वायरल हुआ था जिसको लेकर उनपर एफआईआर दर्ज की गई थी. वीडियो में उनपर एक जुलूस के दौरान एक पूजा स्थल पर तीर निकालकर उसे चलाने का इशारा किया था. इस मामले में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा.
हालांकि वीडियो पर उन्होने सफाई देते हुए कहा कि वीडियो से छेड़छाड़ की गई है. इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए माधवी लता ने कहा कि "नकारात्मकता पैदा करने के लिए इसे प्रसारित किया जा रहा है. उन्होने कहा कि अगर किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं हैं तो मैं माफी मांगना चाहती हूं क्योंकि मैं सभी व्यक्तियों और धर्म का सम्मान करती हूं"
माधवी लता बीजेपी उम्मीदवार बनने के थोड़ा पहले ही बीजेपी में शामिल हुई थीं. वो एक भरतनाट्यम डांसर और सोशल वर्कर हैं. हैदराबाद में विरिंची अस्पताल की वो चेयरपर्सन है. वो लतामा फाउंडेशन और लोपामुद्रा चैरिटेबल ट्रस्ट चलाती हैं. माधवी लता मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं और भारतीय संस्कृति को लेकर प्रवचन देती हैं. पसमांदा मुसलमान महिलाआों के लिए उन्होने काम किया है और तीन तलाक के मुद्दे पर मोदी सरकार के पक्ष में उन्होने अभियान चलाया था