Lok Sabha Elections: श्री राम, अयोध्या में उनका मंदिर, राम भक्त और राम विरोधी...इस बार के लोकसभा चुनाव में श्रीराम का खूब राजनीतिकरण हो रहा है. राम का नाम चुनावी ब्रह्मास्त्र बन गया है. सोमवार को तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बीच भगवान राम के मुद्दे पर ही वार-पलटवार की जुबानी जंग हो गई.
अमित शाह-प्रियंका गांधी में वार-पलटवार
इसकी शुरूआत की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने. जिन्होंने उत्तर प्रदेश के सलेमपुर में ये तक कह डाला कि 'ये चुनाव राम भक्तों पर गोली चलाने वाले और राम मंदिर बनाने वालों के बीच का चुनाव है.' उनकी इसी बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि, 'बीजेपी को राम की याद सिर्फ चुनाव में वोट मांगने के लिए आती है.' देखें दोनों दिग्गजों के बीच वार-पलटवार.
गोली चलाने वालों और मंदिर बनाने वालों के बीच चुनाव है- शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के सलेमपुर में कहा, '70 साल से कांग्रेस का अटकाया हुआ राम मंदिर नरेंद्र मोदी ने बनाया. ये चुनाव राम भक्तों पर गोली चलाने वाले और राम मंदिर बनाने वालों के बीच का चुनाव है. राम भक्तों पर गोली चलाने वाली सपा और कांग्रेस को वोट दे सकते हैं क्या? राम मंदिर बनाने वाले नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है.'
भगवान का नाम लेते हैं वोटों के लिए- प्रियंका गांधी
वहीं, प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश के शाहपुर में न्याय संकल्प सभा में कहा, 'चुनाव के समय प्रधानमंत्री जी आते हैं, कहीं पहाड़ों में चले जाते हैं, पर्यटकों की तरह फोटों खींचते हैं लेकिन जो आपकी समस्याएं हैं उनपर बात नहीं करते. भगवान का नाम लेते हैं तो वोटों के लिए. आपसे कहते हैं कि भगवान के नाम से वोट दीजिए. लेकिन भगवान का काम कोई नहीं कर रहा है.'
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