केंद्रीय मंत्री और अमेठी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद स्मृति ईरानी ने केरल की वायनाड सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर चुनाव लड़ने के लिए आतंकवादी संगठन पीएफआई का सहारा लेने का आरोप लगाया है. ईरानी ने कहा, "हमें जानकारी मिली है कि राहुल गांधी ने वायनाड में चुनाव लड़ने के लिए आतंकवादी संगठन पीएफआई का सहारा लिया है... जब आप पीएफआई के संदर्भ में आरोपपत्र पढ़ेंगे, तो आपको पता चलेगा कि संगठन ने एक सूची बनाई है जिसमें उसने लिखा है कि हर जिले में कितने हिंदुओं की हत्या करनी है."
स्मृति ईरानी ने कहा, "राहुल गांधी को अमेठी के लोगों को बताना चाहिए कि वह ऐसे संगठन की मदद से वायनाड का चुनाव क्यों लड़ रहे हैं." उन्होंने कहा, "वह कुछ दिन पहले वायनाड में थी और वहां उनको पता चला कि राहुल गांधी ने वायनाड को अपना परिवार घोषित कर दिया है. ईरानी ने कहा कि रंग बदलने की बात उन्होंने सुनी थी, लेकिन पहली बार ऐसा देखने को मिला कि लोग अपना परिवार भी बदलते हैं."
अमेठी लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रहीं ईरानी ने यह भी आरोप लगाया, "अमेठी के लोगों ने 15 साल तक एक ऐसे सांसद को बर्दाश्त किया जिसने उनके लिए कुछ नहीं किया." ईरानी ने सोमवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में यह आरोप लगाया. केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'कल वायनाड में एक कांग्रेस नेता ने घोषणा की कि राहुल गांधी ने वायनाड को इसलिए चुना क्योंकि उन्हें लगता है कि वायनाड के लोग ज्यादा वफादार हैं... अमेठी की वफादारी का क्या जिसने 15 साल तक एक ऐसे सांसद को बर्दाश्त किया जिसने उनके लिए कुछ नहीं किया? हम सब जानते हैं कि 15 साल में से 10 साल केंद्र में सोनिया जी की सरकार थी और राज्य में सपा की सरकार थी, तब राहुल गांधी ने अमेठी के लिए कुछ नहीं किया."
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