Mizoram Assembly Elections: मिजोरम में सीएम जोरामथांगा की MNF काफी पीछे चल रही है. जबकि लालदुहोमा के नेतृत्व वाली ZPM को बड़ी सफलता मिलती नजर आ रही है. यहां कांग्रेस ज्यादा कुछ करती नजर नहीं आ रही है साथ ही बीजेपी भी अपना खाता खोलती दिख रही है. सुबह 11 बजे के रुझानों में जेडपीएम को , एनएनएफ को और कांग्रेस को सीटें मिलती दिख रही है
एमएनएफ, जेडपीएम और कांग्रेस ने 40-40 सीटों पर चुनाव लड़ा, जबकि बीजेपी ने 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे. मिजोरम में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी (आप) ने चार सीटों पर चुनाव लड़ा. इसके अलावा 17 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं
दरअसल मिजोरम में हुए ज्यादातर एग्जिट पोल में बताया गया था कि सत्ता विरोधी लहर की वजह से MNF को नुकसान होगा. इसका फायदा ZPM को मिलता दिख रहा है. उधर, कांग्रेस एमएनएफ की सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाने में ज्यादा कुछ नहीं कर सकी. एग्जिट पोल में मुख्यमंत्री के तौर पर भी 40 फीसदी लोगों की पसंद लालदुहोमा हैं जबकि वर्तमान सीएम जोरामथांगा को 17 फीसदी लोगों ने बतौर सीएम पसंद किया.
लेकिन हाल ही में आए एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक MNF को बड़ा नुकसान हो सकता है. यहां सत्ता विरोधी लहर है. जबकि, लालदुहोमा के नेतृत्व वाली ZPM के पक्ष में ज़बर्दस्त लहर है. मिजोरम में अगला सीएम कौन? इस सवाल के जवाब में 40 फीसदी लोगों की पसंद लालदुहोमा हैं.
वहीं मौजूदा सीएम को सिर्फ 17 फीसदी लोगों ने बतौर अगला मुख्यमंत्री पसंद किया है. उधर, कांग्रेस एमएनएफ की सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाने में ज्यादा कुछ नहीं कर सकी. बीजेपी ने कुल 40 में से सिर्फ 23 सीटों पर ही उम्मीदवार उतारे हैं