2022 के चुनाव में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की समाजवादी पार्टी (एसपी) भले ही सत्ता से दूर रह गई हो लेकिन नतीजों में पार्टी को जो परिणाम मिले हैं, उसने कार्यकर्ताओं को उत्साह भी दिया है. आइए जानते हैं कि वह कौन सी बातें हैं जो उन चुनावों में एसपी के पक्ष में गई हैं....
2022 के चुनाव की तुलना अगर 2017 के चुनाव से करें, तो पार्टी की सीटें ढाई गुना बढ़ गई हैं.. साल 2017 में बीजेपी के 300 पार वाले आंकडे़ को अखिलेश ने धराशायी कर दिया. एसपी ने सीटों का आंकड़ा 47 से बढ़कर 111 पर आ गया.
यूपी में करीब 19% आबादी रखने वाले मुस्लिम समुदाय की मौजूदगी 85 सीटों पर 25 से 50% तक है. जबकि 60 अन्य सीटों पर उनकी आबादी 20 से 25% है. चुनाव में एसपी गठबंधन के 33 मुस्लिम प्रत्याशियों (Muslim Candidates) ने जीत दर्ज की है. ऐसे में, यह साफ होता है कि मुस्लिमों को अपने पक्ष में लामबंद की पार्टी की मुहिम कामयाब हुई है.
यादव समाज की जनसंख्या (UP) की लगभग 9% से 10% है. उत्तर प्रदेश में पिछडे़ वर्ग में सबसे बड़ी जनसंख्या यादव समाज की ही है...इतनी बड़ी उत्तर प्रदेश में यादव जनसंख्या होने के कारण ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में यादव वोट की खासी अहमियत है.. एसपी की यादव समाज पर अच्छी पकड़ बताई जाती है. 2022 के चुनाव में देखे तो समाजवादी पार्टी ने ऐसी 13 सीटों पर जीत हासिल की, जहां से यादव विधायक ही चुने गए.