चुनाव आयोग ने देश के पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अलग-अलग मदों में खर्च होने वाली रकम की सीमा तय कर दी है. चुनाव आयोग ने बकायदा एक चार्ट जारी किया है जिसमें ये बताया गया है कि एक उम्मीदवार चुनाव प्रचार में कितना खर्च कर सकेगा. आयोग ने इस खर्च पर पैनी नजर रखने के लिए उड़न दस्ते को भी एक्टिव किया गया है.
आइए एक नजर डालते हैं इस चार्ट पर कि कैंडिडेट के लिए आयोग ने किस वस्तु पर कितनी सीमा तय की है.
नाश्ते से लेकर माला तक खर्च तय
-चार पूरी, सब्जी और एक मिठाई के लिए 37 रुपये प्रति प्लेट
-एक कप चाय और समोसे के लिए 6-6 रुपये
-16 रुपये प्रति मीटर की दर तक खरीद सकेंगे फूलों की माला
-अधिकतम तीन ढोल वाले प्रति दिन 1,575 रुपये की दिहाड़ी पर बुला सकेंगे
-MRP या प्रिंट रेट पर खरीदी जा सकेंगी मिनरल वॉटर की बोतलें
आयोग के इस चार्ट ये भी बताया गया है कि चुनाव प्रचार में इस्तेमाल होने वाली गाड़ी से लेकर लाउडस्पीकर के लिए कितना खर्च कर सकते हैं.
गाड़ी से लेकर लाउडस्पीकर तक खर्च तय
-BMW और मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारों के लिए 21,000 रुपये प्रति दिन
-SUV मित्सुबिशी पजेरो स्पोर्ट कार के लिए 12,600 रुपये प्रति दिन
-इनोवा, फॉर्च्यूनर और क्वालिस के लिए 2,310 रुपये प्रति दिन
-स्कॉर्पियो और टवेरा के लिए 1,890 रुपये प्रति दिन
-जीप, बोलेरो औऱ सूमो के लिए 1,260 रुपये प्रति दिन
-लाउडस्पीकर का किराया 1900 रुपये प्रति दिन
-होटल के कमरे का किराया 1100 से 1800 रुपये तक
-जेनरेटर का खर्च 506 रुपये प्रतिदिन
-खाना 120 रुपये प्रति व्यक्ति और बैज-बिल्ला 600 रुपये सैंकड़ा
बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनावों के लिए खर्च की सीमा 28 लाख रुपये से बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दी थी. आयोग ने खर्च में बढ़ोतरी वर्चुअल मोड में प्रचार करने और सोशल मीडिया पर प्रचार अभियान के दौरान अतिरिक्त खर्च के मद्देनजर की है. हालांकि, कोरोना की सख्त पाबंदियों के चलते अभी कैंडिडेट्स बहुत सारे खर्चे नहीं कर सकें हैं.