UP assembly election: उत्तर प्रदेश में चुनाव खत्म होते ही एक अधिकारी बेहद चर्चा में है. कौशल राज शर्मा (Kaushal Raj Sharma) , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) के DM. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनके साथी ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) का आरोप है कि DM कौशलराज शर्मा के रहते हुए निष्पक्ष मतगणना (Counting) नहीं हो सकती.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को तत्काल हटाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि वर्तमान जिलाधिकारी के रहते हुए निष्पक्ष मतगणना नहीं हो सकती.
दरअसल उत्तर प्रदेश में 10 मार्च को आने वाले नतीजों से पहले EVM के मुद्दे पर बवाल हो गया है. मंगलवार शाम को वाराणसी के पहाड़िया मंडी से ईवीएम को ले जाते समय दो गाड़ियों को सपाइयों ने पकड़ लिया और इसके बाद जमकर हंगामा हुआ. अब डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा है कि गाड़ियों में मिले इन ईवीएम का चुनावी ईवीएम से कोई वास्ता नहीं, ये केवल ट्रेनिंग की ईवीएम मशीनें थीं.
यह पहली बार नहीं है जब IAS कौशल राज शर्मा सुर्खियों में आए हों...साल 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगा के दौरान उन्हें वहां भेजा गया था. कौशलराज शर्मा ने सांप्रदायिक आंच से सुलग रहे मुजफ्फरनगर की कमान संभाली थी. लेकिन एक के बाद हुई तीन पंचायतों के बाद 7 सितंबर 2013 को मुजफ्फरनगर दंगा भड़क गया था.
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