UP चुनाव से पहले लागातार ध्रुवीकरण वाले बयान जारी हैं. ताजा बयान अखिलेश का आया है, उन्होंने पाकिस्तान के बजाए चीन को भारत का असली दुश्मन बताया है. फिर क्या बीजेपी उन्हें पाकिस्तान परस्त बताने में जुट गई है. इससे पहले भी अखिलेश जिन्ना पर बयान दे चुके हैं जिसे बीजेपी ने काफी उछाला था.
जब बात ध्रुवीकरण की करें तो इसमें कहां कोई कम है. चुनावों के दौरान खुद प्रधानमंत्री का ऐसा बयान आता है जो सवालों से घिर जाता है. पीएम मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत में जब भी औरंगजेब पैदा हुआ, तब इस मिट्टी से शिवाजी का भी उदय हुआ. यह देश, बाकी दुनिया से अलग है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार ने अपने शासनकाल में गाजियाबाद में हज हाउस बनवाया था, जबकि उनकी सरकार ने कैलाश मानसरोवर भवन की स्थापना कराई है.
इससे पहले प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि UP में सबसे बड़ा परिवर्तन यह आया है कि सपा का प्रचार करने वाले और गुंडे लाल टोपी लगाकर जालीदार टोपी जेब मे रखने लगे हैं.
अब यह बातें ध्रुवीकरण, चुनाव, हिंदू, मुसलमान, बीजेपी, सपा, कांग्रेस तक ही नहीं टिकी रहती हैं, बल्कि इसका दायरा काफी बड़ा हो जाता है. यही कारण है कि पार्टियों को इसका अपना चुनावी फायदा मिल जाता है. लेकिन समाज में बढ़ जाती हैं खाई, खटाई और समस्याएं. ऐसा नहीं है कि वोटरों को नेताओं के भाषण का मतलब न पता हो, वो सब जानते हैं. लेकिन खबरों की आपाधापी में वो भी ध्रुवीकरण का शिकार हो जाते हैं.