Jharkhand Rajya Fasal Rahat Yojana: नवंबर के महीने में किसान रबी की फसल यानी कि गेहूं, जौ, आलू, चना आदि बोने में जुटे हैं. लेकिन अगर बारिश या कोई अन्य प्राकृतिक आपदा आ जाए तो किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है. उन्हें लागत का भी नुकसान होता है. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की मदद के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं.
इसी तरह झारखंड सरकार ने झारखंड राज्य फसल राहत योजना (Jharkhand Rajya Fasal Rahat Yojana) की शुरुआत की है. इसके तहत किसानों को नुकसान का मुआवजा मिलता है. आज 'बात आपके काम की' में हम जानेंगे कि ये योजना क्या है. किसान इस योजना के जरिए किस तरीके से लाभ पाएं और इसमें आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है.
यदि किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की फसल को नुकसान होता है तो ऐसे में सरकार मुआवजा देती है. प्राकृतिक आपदा जैसे- ओले पड़ना, बारिश आदि. इस योजना के तहत किसानों को नुकसान नहीं, बल्कि उनकी आय बढ़ेगी और वह आत्मनिर्भर होंगे.
योजना का उद्देश्य है कि किसानों के फसल का नुकसान होने पर उन्हें आर्थिक सहायता दी जाए, ताकि वे नुकसान की चिंताओं से मुक्त रहें.
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इस योजना का लाभ लेने के लिए झारखंड में रहने वाले सभी किसान 30 नवंबर से पहले आवेदन कर सकते हैं.
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इसके अलावा किसान सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) पर भी जाकर आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि इसके बाद नुकसान का आंकलन करने के लिए अधिकारी आते हैं, फिर किसान के खाते में मुआवजे की राशि दी जाती है.
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