Baat Aapke Kaam Ki: कॉन्टेंट चोरी करने पर ये है कानून, लाखों रुपये का जुर्माना और जेल भी होगी

Updated : Nov 01, 2023 06:23
|
Sakshi Gupta

Copyright Laws: आज हर कोई डिजिटल क्रिएटर बनने की होड़ में लगा है. हर क्षेत्र में लोग तरह-तरह के कॉन्टेंट तैयार कर रहे. इसी में किसी-किसी के कॉन्टेंट कॉपी हो जाते हैं. फिर क्या, इस इंटरनेट की दुनिया में ऐसे लोगों का पकड़ा जाना ज्यादा मुश्किल तो नहीं है. लेकिन हां, कॉपीराइट को लेकर कुछ कानून बनाए गए हैं, जिसे फॉलो करना हर किसी की जिम्मेदारी है. नहीं तो सजा का भी प्रावधान है.

आज 'बात आपके काम की' में जानेंगे कि कॉपीराइट क्या है. भारत में कॉपीराइट को लेकर क्या कानून हैं. कॉपीराइट का उल्लंघन करने पर क्या सजा मिल सकती है.

इसे भी पढ़ें- मेडिकल स्टोर से दवा खरीदते समय देख लें नकली तो नहीं है, इन तरीकों से करें पहचान

कॉपीराइट क्या है? (What is copyright)

सरल भाषा में समझें तो कॉपीराइट का मतलब कि ऐसा कॉन्टेंट, जिसे आपने प्रोड्यूस किया है तो उस पर सिर्फ आपका अधिकार है. कॉन्टेंट पर जिसका कॉपीराइट है, सिर्फ वही अपने प्रोडक्ट या कृति को कॉपी कर सकता है, बेच सकता है या फिर किसी भी तरह से यूज कर सकता है.

अगर कोई दूसरा इस  कॉन्टेंट का इस्तेमाल अपने मतलब के लिए करता है तो कॉन्टेंट का रियल क्रिएटर कॉपीराइट कानून के तहत शिकायत दर्ज कर सकता है. 

कॉपीराइट कानून किसी व्यक्ति के काम को कानूनी रूप से प्रोटेक्ट करता है. जिसके जरिए आप अपने लिटरेचर, संगीत समेत कई फील्ड्स में मूल काम को किसी और के द्वारा कॉपी किए जाने या मिसयूज किए जाने से बचा सकते हैं. 

किन कामों को कॉपीराइट प्रोटेक्ट करता है? (What works does copyright protect)

इसके तहत कामों की बात करें तो लिटरेचर या साहित्य, म्यूजिकल कम्पोजिशन, कलात्मक काम (जैसे-पेंटिंग, आर्ट वर्क, फोटोग्राफी), रिकॉर्डेड साउंड (जैसे- कोई सॉन्ग, नाटक भाषण), मूवी, टीवी या रेडियो ब्रॉडकास्ट, कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर (जैसे-कोडिंग-ग्राफिक्स या फिर कोई वीडियो गेम आते हैं.

बता दें कि इन सब चीजों पर क्रिएटर का पूरी तरह से हक होता है. उसके कॉन्टेन्ट का पर्सनल इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन उसका प्रसार करना या कॉमर्शियली यूज करना कॉपीराइट का उल्लंघन माना जाता है. आप क्रिएटर की इजाजत लेने के बाद उसके कॉन्टेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं. 

इसे भी पढ़ें- ATM CARD खो गया है तो परेशान ना हों, तुरंत ब्लॉक करवाएं, जानें प्रॉसेस

कॉपीराइट को लेकर क्या नियम हैं? (What are the rules regarding copyright)

भारत में कॉपीराइट एक्ट की धारा 52 की तहत किसी भी कॉन्टेंट का पर्सनल इस्तेमाल करना कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं है. कॉपीराइट अधिनियम 1957 के तहत कॉपीराइट लिया जाता है. 

कॉपीराइट लेने के लिए कॉन्टेंट की दो कॉपी, डीडी, ऑथर से एनओसी, पब्लिशर से एनओसी, अगर आवेदन अटॉर्नी की ओर से किया गया है तो पॉवर ऑफ अटॉर्नी की जरूरत पड़ती है.

कॉपीरॉइट कानून में कितनी सजा मिलती है?

कॉपीराइट एक्ट के उल्लंघन और दोषी पाए जाने पर 1 साल तक की सजा तक का प्रावधान है. साथ ही, उल्लंघन करने वाले ने कॉन्टेंट को कॉपी कर जितना भी प्रॉफिट कमाया है, उस हिसाब से क्रिएटर उतना डैमेज क्लेम मांग सकता है. gfx out
बता दें कि नॉर्मली क्रिएटर का अपने कॉन्टेंट पर अधिकार मरने के 60 साल तक होता है. अगर फीस की बात करें तो 50 रुपये से 600 रुपये तक लगते हैं.

भारत में कॉपीराइट के लिए अप्लाई करने का प्रॉसेस (Process to apply for copyright in India)

  • सबसे पहले कॉपीराइट की आधिकारिक वेबसाइट copyright.gov.in पर लॉगिन करें.
  • रजिस्ट्रेशन नहीं किया है तो न्यू यूजर पंजीकरण पर क्लिक करें या फिर https://copyright.gov.in/UserRegistration/frmNewUser.aspx पर जाएं.
  • भविष्य में इसका यूज करने के लिए यूजर आईडी और पासवर्ड नोट कर लें.
  • लॉगिन करने के बाद 'ऑनलाइन कॉपीराइट रजिस्ट्रेशन के लिए क्लिक करें' के लिंक पर जाएं.
  • इसके बाद फॉर्म-14 में सारी डिटेल डालकर सेव करें और स्टेप-2 पर जाएं.
  • अगले पेज पर statement of particulars की डिटेल भरकर सेव करें और स्टेप-3 पर जाएं.
  • इसके बाद statement of further particulars को भरें और स्टेप-4 पर क्लिक करें.
  • अब डिमांड ड्राफ्ट, चेक या ई-पेमेंट के जरिए अपनी पेमेंट करें और फॉर्म सबमिट करें.
  • सबमिट करने पर एक डायरी नंबर आएगा, जिसके जरिए आप अपनी एप्लीकेशन ट्रैक कर सकते हैं.
  • इसके बाद ऐक्नॉलिज्मन्ट स्लिप और एप्लीकेशन फॉर्म का प्रिंटआउट लेकर उसे कॉपीराइट ऑफिस के एड्रेस पर पोस्ट करें.

इसे भी पढ़ें- सैलरी स्लिप में CTC, ग्रॉस सैलरी, DA-HRA क्या होता है, जानें यहां विस्तार से...

Copyright

Recommended For You

editorji | एडिटरजी स्पेशल

SPECIAL: रंगभेदी बयानों के बाद Sam Pitroda का इस्तीफा, कांग्रेस नेता का विवादों से रहा है पुराना नाता

editorji | एडिटरजी स्पेशल

SPECIAL STORY: अरबों की कंपनी के मालिक अब जेल में काट रहे दिन, कहानी सुभिक्षा के फाउंडर R Subramanian की

editorji | एडिटरजी स्पेशल

Mumps: बच्चों पर मंडरा रहा 'काल' , क्या है Mumps और इसके लक्षण ? जानें बचने का तरीका

editorji | ख़बर को समझें

Baat Aapke Kaam Ki: घरेलू सामानों की सस्ते में होगी रिपेयरिंग, जानें क्या है Right to Repair Act?

editorji | ख़बर को समझें

Baat Aapke Kaam Ki: 16 मार्च से Paytm-Wallet में डिपॉजिट बंद; यूजर जानें क्या चलेगा क्या नहीं?