ED At Sanjay Raut Residence : पात्रा चॉल घोटाले (Patra Chawl scam) को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) मुश्किल में आ गए हैं. रविवार को ED ने संजय राउत के घर पर छापेमारी (ED Raid Sanjay Raut Residence) की. संजय राउत पर जांच में सहयोग न करने का भी आरोप लगा है. इस घोटाले में ED ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया है.
संजय राउत पर महाराष्ट्र में 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा के पात्रा चॉल जमीन घोटाले का आरोप है. साल 2007 में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी (Guru Ashish Construction Company) को पात्रा चाल का विकास करने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था. इसके तहत कंस्ट्रक्शन कंपनी को पात्रा चॉल में 672 किरायेदारों के घरों को पुनर्विकसित करना था, और करीब 3000 फ्लैट महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (Maharashtra Housing and Development Authority) को देना था. आरोप है कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने वहां किसी भी तरह का विकास नहीं किया और न ही म्हाड़ा (MHADA) को फ्लैट दिया. गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन पर MHADA को गुमराह करने और बिना फ्लैट बनाए ही 9 बिल्डरों को जमीन बेचने का भी आरोप है. इससे उसे करीब एक हजार करोड़ रुपये मिले.
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2018 में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एक केस दर्ज कराया. ये केस राकेश कुमार वधावन, सारंग कुमार वधावन और अन्य के खिलाफ था. गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, HDIL की सिस्टर कंपनी है. राकेश वधावन, सारंग वधावन और प्रवीण राउत (Praveen Raut) HDIL में भी डायरेक्टर थे. प्रवीण राउत, शिवसेना नेता संजय राउत के दोस्त माने जाते हैं. प्रवीण राउत का नाम PMC स्कैम में भी आया था जिसकी जांच चल रही है.
जांच के दौरान पता चला की प्रवीण राउत की पत्नी के बैंक से संजय राउत की पत्नी के बैंक खाते में 55 लाख रुपये भेजे गए जिसका इस्तेमाल राउत परिवार ने दादर (Dadar) में एक फ़्लैट लेने के लिए किया था. इसके बाद से राउत ED के रडार पर है.