अभी सर्दियों का मौसम शुरू भी नहीं हुआ, कि ज़हरीली हवा से दिल्ली (Delhi Pollution) का दम फिर फूलने लगा है. बीते सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (air quality index) के जो आंकड़े जारी किए गए. वो पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ने के लिए काफी हैं. सोमवार को AQI 182 के स्तर पर पहुंचा, जो कि खराब श्रेणी की हवा (poor grade air) के करीब है. वहीं सबसे ज्यादा खराब हालात दिल्ली के आनंद बिहार इलाके के रहे जहां AQI 418 को पार कर गया. वहीं ज्यादातर इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 के पार ही रहा. बढ़ते प्रदूषण को लेकर परेशानी इसलिए भी बढ़ रही है, क्योंकि जैसे हालात अक्टूबर में होते थे, अब ऐसे हालात सितंबर में ही देखने को मिल रहे हैं.
दिल्ली में क्यों बढ़ता है प्रदूषण ?
बता दें कि सर्दियों के मौसम में दिल्ली का प्रदूषण बढ़ जाता है. अक्टूबर से लेकर जनवरी तक ये अपने सबसे खराब स्तर पर रहता है, जिसका कारण बताया जाता है कि दिल्ली एक तरफ रेगिस्तान तो दूसरी तरफ तराई वाले मैदानी इलाके से घिरी है, जिससे हवा की गति, दिशा, नमी और तापमान राजधानी को प्रभावित करती है. वहीं दिल्ली को प्रदूषण करने के जो सबसे बड़े कारण हैं, उनमें गाड़ी से निकलने वाला धुआं प्रदूषण बढ़ाता है. वहीं कंस्ट्रक्शन और सड़कों पर जमा धूल भी प्रदूषण के स्तर को बढ़ाती है. इंडस्ट्रियल इलाकों से निकलने वाला धुआं भी राजधानी को धुआं-धुआं कर प्रदूषण बढ़ाता है. कचरा जलाने से निकलने वाले धुएं से भी हवा प्रदूषित होती है
हवा को प्रदूषित करते हैं PM2.5
हवा को प्रदूषित करके के पीछे सबसे बड़ा कारण ( particulate matter ) कणिका तत्व का होता है. जो हवा में घुलकर इसे जहरीली बना देते हैं. जानकारों के मुताबिक सर्दी के मौसम में PM2.5 की मात्रा 25 प्रतिशत तक बढ़ जाती है, जिससे दिल्ली में प्रदूषण तेजी से बढ़ता है. चलिए अब ये भी जान लीजिए कि हवा की गुणवत्ता कैसे जांची जाती है. इसको लेकर संबंधित विभाग की तरफ से हवा के मानक तय किए गए हैं. जिन्हें एयर क्वालिटी इंडेक्स से मापा जाता है.
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क्या हैं सेहतमंद हवा के तय मानक ?
एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक AQI 0-50 के बीच रहने का मतलब होता है कि हवा अच्छी है. वहीं AQI 51-100 रहने पर संतोषजनक, AQI 101-200 रहने पर मध्यम, AQI 201-300 रहने पर खराब और AQI 301-400 रहने पर एयर क्वालिटी को बहुत खराब माना जाता है. वहीं अगर AQI 401-500 के बीच है तो सबसे ज्यादा खराब स्तर में आती है.
पराली भी एक बड़ा कारण
राजधानी दिल्ली में इसके अलावा पराली से होने वाला प्रदूषण भी एक बड़ा कारण है. दिल्ली से सटे हरियाणा और पंजाब में अक्टूबर-नवंबर के महीनों में किसान पराली जलाते हैं. जिससे हवा में PM10 और PM2.5 की मात्रा तेजी से बढ़ती है, जिससे दिल्ली वालों को सांस तक लेने में तकलीफ होती है.
लोगों का दम घोंट रही दिल्ली की हवा !
राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण (Air Pollution) का सीधा असर यहां रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. रिपोर्ट्स से मुताबिक भारत में हर साल वायु प्रदूषण से लाखों लोगों की जान चली जाती है, जिसमें दिल्ली का नंबर बहुत आगे रहता है.
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