Identify Fake Medicines: मेडिकल स्टोर से दवा खरीदते समय देख लें नकली तो नहीं है, इन तरीकों से करें पहचान

Updated : Oct 31, 2023 06:14
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Sakshi Gupta

Identify Fake Medicines: बीमार पड़ने पर आप भी तो दवा का सेवन करते ही होंगे. कुछ लोग केमिस्ट (Medical Store) से दवा लेकर खा लेते हैं, तो वहीं कई लोग पहले डॉक्टर को दिखाते हैं और फिर Prescription के आधार पर दवा खरीदते हैं. देखा जाए तो सही तरीका भी यही है, लेकिन आज कल मार्केट में नकली दवाइयां भी बेची जा रही हैं. खासकर ये धोखाधड़ी ऑनलाइन दवाइयों (Online Medicine Buy) के खरीदने पर ज्यादा हो रही है.

इससे स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होता है. साथ ही कभी-कभी बीमारी इतनी बढ़ जाती हैं कि उस पर काबू पाना डॉक्टर के हाथ में भी नहीं होता. तो चलिये, आज 'बात आपके काम की' में जान लेते हैं कि किस तरीके से असली और नकली दवाइयों की पहचान करें? इसका क्या तरीका है?

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दवा पर खास तरह का होता है QR कोड

दरअसल, आप जब भी दवा खरीदने जाएं तो ये याद रखें कि असली दवाओं पर एक QR कोड प्रिंट होता है. ये खास तरह का यूनिक कोड प्रिंट है. इसमें दवा के बारे में और इसकी सप्लाई चेन के बारे में पूरी जानकारी दी होती है. जैसे- दवा की मैन्युफैक्चरिंग डेट और लोकेशन क्या है? कहां से बनकर किस जगह तक सप्लाई हुई है? इस लिस्ट में एंटीबायोटिक, पेन रिलीफ पिल्स, एंटी एलर्जिक दवाइयां शामिल हैं.

QR कोड को स्कैन करने के बाद सारी इन्फॉर्मेशन आपके पास होगी. तो जब भी मेडिकल स्टोर से दवा खरीदें तो देखें कि आपकी दवा पर ये कोड है या नहीं. अगर किसी भी दवा पर कोड नहीं है तो इसका मतलब साफ है कि वो दवा नकली है. 

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पूरी तरह से सेफ है क्यूआर कोड

कई बार लोगों को कन्फ्यूजन रहती है कि नकली दवा बनाने वाले लोग दवा का QR कोड भी कॉपी कर सकते हैं. तो आपको बता दें कि ऐसा नहीं है.

दवा पर बना यूनीक कोड (Unique Code) एडवांस वर्जन होने के साथ-साथ सेंट्रल डेटाबेस एजेंसी द्वारा जारी किया जाता है. साथ ही हर दवा के साथ यूनीक QR कोड भी बदल दिया जाता है. इसे इस तरह भी समझ सकते हैं कि किसी दवा पर बना बारकोड सिंगल यूज (Bar Code) के लिए ही होता है, जिसे कॉपी करना किसी के लिए भी संभव नहीं है.

आपको बता दें कि नियम के मुताबिक, 100 रुपये से ऊपर की कीमत वाली सभी दवाओं पर क्यूआर कोड लगाना अनिवार्य है. ऐसे में दवा पर बारकोड ना होने की स्थिति में इसे खरीदने से बचना ही बेहतर होता है.

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