Kerala: शिक्षक ने 30 सालों तक किया यौन शोषण, 75 छात्राओं ने बताई आपबीती, फेसबुक पोस्ट से शुरू हुआ #Metoo

Updated : May 16, 2022 19:41
|
SAGAR PUNDIR

केरल के मलप्पुरम (Malappuram, Kerala) से एक ऐसी शर्मनाक घटना सामाने आई है. जिसने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है. आरोप है कि एक शिक्षक अपने स्कूल की छात्राओं का 30 सालों तक यौन शोषण करता रहा. आरोपी का नाम के.वी शशि कुमार (K.V Sasi Kumar) है, जो अब CPIM का नेता है.

पीड़ित छात्राओं ने आरोपी के काले कारनामे उजागर किए है. अब तक 75 छात्राएं सामने आ चुकी हैं. अंदाजा लगाया जा रहा कि 500 से अधिक छात्राओं का यौन शोषण हुआ है. मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को पॉक्सो के तहत गिरफ्तार कर जांच के आदेश दिए गए हैं.

Bombay High Court ने पॉक्सो के आरोपी को दी जमानत, 'होठों पर किस करना अप्राकृतिक सेक्स नहीं'

फेसबुक पोस्ट से शुरू हुआ #Metoo

आरोपी के.वी शशि कुमार का इसी साल मार्च में रिटायरमेंट हुआ है. स्कूल ने शशि कुमार को रिटायरमेंट पर ‘ग्रैंड फेयरवेल’ दिया था. उसने सोशल मीडिया पर खुद को ‘आदर्श शिक्षक’ बताया. बस यहीं से मामले का खुलासा हुआ, इस पर एक छात्रा ने शशि कुमार का असली चेहरा उजागर कर दिया. उसके बाद कई छात्राओं ने आरोप लगाते हुए उन्हें पीडोफाइल यानी एक वयस्क जो बच्चों के लिए यौन रूप से आकर्षित होता है, बताया. इसके बाद धीरे-धीरे 75 छात्राओं ने आपबीती बताई. मामला बढ़ता देख CPIM ने उसे सस्पेंड कर दिया है.

Gyanvapi Masjid: ज्ञानवापी विवाद पर SC में कल सुनवाई, मस्ज़िद कमिटी ने की सर्वे रोकने की मांग

पैरेंट्स को क्यों नहीं पता चलता ?

शशि कुमार के यौन शोषण कि शिकार ज्यादातर 9 से 12 साल की छात्राएं हैं. बच्चों में व्यक्तिगत सुरक्षा को बढ़ावा देना, स्कूलों में बाल संरक्षण नीतियों और बच्चों के यौन शोषण को रोकने के लिए माता-पिता की बढ़ती जागरूकता बहुत जरूरी है. छोटे बच्चे अपना बचाव करने में सक्षम नहीं होते. ऐसे में पैरेंट्स खुद को सुनने लायक बनाएं. सबसे पहले बच्चों को ये भरोसा दिलाएं कि उनकी बात घर में सुनी जाएगी. बच्चे इस बात को समझते हैं कि अगर वे इस बारे में पैरेंट्स को बताएंगे तो उनका विश्वास नहीं किया जाएगा.

पैरेंट्स अपने बच्चों पर फोकस करें. बच्चों में इतना विश्वास जगाएं कि बच्चा अपनी बात कह सकें. अगर बच्चे की पिटाई हो रही है तो इस पर एक्शन लें. सबसे जरूरी बच्चों को चाइल्‍ड हेल्पलाइन (Child Helpline) के बारे में जरूर बताएं, और बच्चों को गुड टच, बैड टच का भी बता होना चाहिए.

metooKeralaFacebook Kerala NewsTeacher

Recommended For You

editorji | एडिटरजी स्पेशल

SPECIAL: रंगभेदी बयानों के बाद Sam Pitroda का इस्तीफा, कांग्रेस नेता का विवादों से रहा है पुराना नाता

editorji | एडिटरजी स्पेशल

SPECIAL STORY: अरबों की कंपनी के मालिक अब जेल में काट रहे दिन, कहानी सुभिक्षा के फाउंडर R Subramanian की

editorji | एडिटरजी स्पेशल

Mumps: बच्चों पर मंडरा रहा 'काल' , क्या है Mumps और इसके लक्षण ? जानें बचने का तरीका

editorji | ख़बर को समझें

Baat Aapke Kaam Ki: घरेलू सामानों की सस्ते में होगी रिपेयरिंग, जानें क्या है Right to Repair Act?

editorji | ख़बर को समझें

Baat Aapke Kaam Ki: 16 मार्च से Paytm-Wallet में डिपॉजिट बंद; यूजर जानें क्या चलेगा क्या नहीं?