Tejashwi Yadav Profile: बिहार में महागठबंधन रिटर्न्स की स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी है. नीतीश कुमार ने बीजेपी का दामन छोड़कर RJD की अगुवाई वाले महागठबंधन के साथ फिर से सरकार बनाने का फैसला ले लिया है. लालू के बेटे तेजस्वी यादव नई सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. साल 2015 में जब नीतीश कुमार सीएम बने थे तब तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी दी गई थी. क्रिकेटर से नेता बने तेजस्वी यादव 26 साल की उम्र में डिप्टी सीएम बने. साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में वो महागठबंधन में सीएम पद के उम्मीदवार थे. लालू यादव उस समय जेल में थे, तो उन्होंने जेडीयू और भाजपा गठबंधन को कड़ी चुनौती दी.
आइए एक नजर डालते हैं तेजस्वी के अब तक के सफर पर 32 साल के तेजस्वी की प्राथमिक शिक्षा पटना से हुई. इसके बाद वो आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए. यहां उन्हें क्रिकेट का चस्का लगा. क्रिकेट में भी उन्होंने अपने झंडे गाड़े. साल 2008 में वो दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा बने. लेकिन उन्हें एक भी क्रिकेट मैच खेलने का मौका नहीं मिला. इसके बाद साल 2010 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा. उन्होंने पांच साल तक पिता लालू के लिए चुनाव प्रचार करना शुरू किया. साल 2015 में तेजस्वी यादव ने पहली बार चुनाव लड़ा. वैशाली जिले की राघोपुर विधानसभा सीट से तेजस्वी ने 22 हजार वोट से जीत हासिल की. इसके बाद जब बिहार में आरजेडी-जेडीयू की सरकार बनी तो उन्हें डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी दी गई. साल 2017 में नीतीश ने गठबंधन तोड़ा तो उन्हें विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी मिली.
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तेजस्वी की अगुवाई में RJD ने साल 2020 का चुनाव लड़ा. तेजस्वी ने इस चुनाव में बीजेपी के सतीश कुमार को 38 हजार वोटों से हराया. इस चुनाव में आरजेडी 75 सीटें जीतकर विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी तो बन गई थी, लेकिन कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटें ही मिल पाईं, जिससे महागठबंधन बहुमत के आंकड़े से दूर रह गया. 16 सीटों पर लेफ्ट पार्टियों की जीत हुई, जिनमें 12 सीटें अकेले सीपीआई (एमएल-लिबरेशन) ने जीतीं. वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़कर 5 सीटें हासिल की थीं, लेकिन बाद में उसके 4 विधायक आरजेडी में शामिल हो गए.