वक्त का पहिया जब घूमता है तो किस्मत बदलते देर नहीं लगती. एक वक्त था जब भारत (India) रोटी के लिए भी अमेरिका (America) का मोहताज था और अब वक्त ये है कि अमेरिका गेहूं के लिए भारत की तरफ टक-टकी लगाए देख रहा है. दरअसल 14 मई को व्हीट एक्सपोर्ट पर भारत (India Wheat Export) ने बैन लगा दिया था. एक्सपोर्ट पॉलिसी बदलते ( India Changing Export Policy) हुए सरकार ने गेहूं को 'प्रॉहिबिटेड' कैटेगरी में डाल दिया है. अमेरिका समेत कई देशों ने भारत के इस फैसले पर चिंता जताई है. अमेरिका ने कहा है कि भारत अपने फैसले पर फिर से विचार करे नहीं तो दुनिया भूखी मर जाएगी.
पाकिस्तान के लिए दी धमकी
एक वक्त था जब अमेरिका गेहूं के लिए भारत को आंखें दिखाता था, धमकाता था. पाकिस्तान के साथ 1965 के युद्ध (India Pakistan War 1965) के समय अमेरिका ने भारत को गेहूं ना देने की धमकी दी थी. तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन (Lyndon B. Johnson) ने धमकाते हुए कहा था कि अगर युद्ध नहीं रोका, तो गेहूं की आपूर्ति रोक दी जाएगी. इतना ही नहीं, अमेरिका ने एक बार भारत को 'भिखारियों का देश' भी बता दिया था.
अब लगा रहा भारत से गुहार
आज भारत गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक (14.14 फीसदी) देश (Second Largest Producer) है. भारत सालाना करीब 107.59 मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन करता है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत 74 देशों में गेहूं का निर्यात करता है. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार (Lnternational Market) में गेहूं की भारी किल्लत है. जिसकी भरपाई भारत कर रहा था.
किस राज्य में सबसे ज्यादा उत्पादन ?
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार गेंहू का सबसे ज्यादा उत्पादन UP में होता है. अकेले यूपी में भारत का 34.89 फीसदी उत्पादन होता है. पंजाब की हिस्सेदारी 21.55, हरियाणा की 13.20 मध्य प्रदेश की 8.81, राजस्थान की 8.57 और बिहार की कुल हिस्सेदारी 6.2 फीसदी है.