Nainital Forest Fire: नैनीताल के कुमाऊं के जंगलों में पिछले चार दिनों से पहाड़ सुलग रहे हैं. एयरफोर्स स्टेशन लड़ियाकांटा की पहाड़ी के साथ ही सातताल, गेठिया सेनिटोरियम के आसपास, पटवाडांगर, ज्योलीकोट सहित छह स्थानों पर जंगलों का बड़ा क्षेत्र जल रहा है. इस समय शहर भर में धुंआ ही धुंआ है. आग को बुझाने के लिए वन विभाग ने वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद ली. शनिवार से हेलीकॉप्टर ने भीमताल झील से पानी भरकर जंगलों में पानी डालने का काम करना शुरू कर दिया है. आग नैनीताल की हाईकोर्ट कॉलोनी तक पहुंच गई है. वन विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ सेना के जवान भी आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं.
वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी ने बताया कि जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद ली गई है. मेलकनी ने बताया कि हेलीकॉप्टर ने अभी तक तीन बार झील से पानी भरकर जंगलों में लगी आग पर डालना शुरू कर दिया है. वन विभाग के कर्मचारी भी आग बुझाने में लगे हुए हैं. आग से भीमताल, पाइंस, रानीबाग, सातताल, बेतालघाट और रामगढ़ के जंगलों की वन संपदा को भारी नुकसान पहुंचा है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. वहीं, आमजन से भी सहयोग मांगा गया है. नैनीताल के आसपास की पहाड़ियों में जंगल खाक हो रहे हैं. बेकाबू आग को रोकने के लिए सेना से भी सहयोग मांगा गया है.बता दें कि 22 अप्रैल 2024 की आधी रात से ही नैनीताल के ये जंगल धधक रहे हैं. आग से धुंआ इतना कि अब तो लोगों की सांसों पर तबाही आ चुकी है.
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