उत्तराखंड की जंगलों (Uttarakhand Forest fire) में लगी आग के मुद्दे पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में बहस हुई. इस मामले में याचिकाकर्ता और वरिष्ठ एडवोकेट राजीव दत्ता ने उत्तराखंड सरकार पर तंज करते हुए एक गाने का जिक्र किया उन्होंने कहा, एक लोकप्रिय गाना है, 'हमने आग शुरू नहीं की.' राजीव दत्ता के कमेंट के जवाब में जस्टिस मेहता ने भी एक दूसरे गाने का जिक्र कर उत्तराखंड सरकार पर तंज कर दिया. उन्होंने कहा कि 'जैसा काम करोगे वैसा ही फल मिलेगा.'
इस एल्बम का था गाना
दरअसल राजीव दत्ता अमेरिकी गायक बिली जोएल के एक एल्बम के गाने का जिक्र कर रहे थे यह एल्बम 1989 में सामने आया था. राजीव दत्ता के कमेंट के जवाब में जस्टिस मेहता ने भी एक दूसरे गाने का जिक्र कर उत्तराखंड सरकार पर तंज कर दिया. उन्होंने कहा कि 'जैसा काम करोगे वैसा ही फल मिलेगा' (what goes around comes around).
कोर्ट ने सरकार को लगाई फटकार
उत्तराखंड के जंगलों की आग पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा है कि हम बारिश या क्लाउड सीडिंग के भरोसे हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रह सकते हैं. सरकार को कारगर रूप से कुछ करना होगा. जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस संदीप मेहता की पीठ में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने आग लगने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए इन पर शीघ्र लगाम लगाने के लिए सरकार को आदेश देने को गुहार लगाई. याचिकाकर्ता ने कहा कि दो साल पहले भी एनजीटी में याचिका लगाई थी. लेकिन अब तक सरकार ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की है. इसलिए मुझे यहां आना पड़ा.
उत्तराखंड में हालात बेहद गंभीर: याचिकाकर्ता
याचिकाकर्ता ने कोर्ट में कहा कि सरकार जितने आराम से ब्योरा दे रही है हालात उससे ज्यादा गंभीर हैं. जंगल में रहने वाले जानवर, पक्षी और वनस्पति के साथ आसपास रहने वाले निवासियों के अस्तित्व को भी भीषण खतरा है.
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