Uttarakhand: उत्तराखंड के नानकमत्ता गुरुद्वारा के कार सेवा डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या में पूर्व आईएएस डॉ. हरबंस सिंह चुघ का नाम सामने आया है. चुघ के साथ तराई सिख महासभा के अध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू और रामपुर के नवाबगंज में डेरा संचालक बाबा अनूप सिंह को भी आरोपी बनाया गया है. पंजाब के दो लोग मुख्य आरोपी हैं, जिन्होंने बाइक पर बैठकर वारदात को अंजाम दिया था. अब तक 5 आरोपियों पर केस दर्ज हुआ है.
पुलिस के मुताबिक, नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष वर्तमान समय में चुघ ही हैं.हत्याकांड का जल्द होगा खुलासापुलिस ने मुख्य आरोपियों के अलावा इन अन्य तीन की भूमिका को बाबा तरसेम की हत्या में संदिग्ध बताया है. पुलिस ने बताया कि इस संबंध में आगे जांच की जा रही है. हत्याकांड का जल्द ही खुलासा किया जाएगा.
बता दें कि गुरुवार को बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इन्वेस्टिगेशन के दौरान पुलिस को आरोपियों के कमरे से एक आईडी कार्ड मिला था, जो तरनतारन पंजाब निवासी सर्वजीत सिंह का था. उसी आधार पर पुलिस यूपी और पंजाब में लगातार छानबीन कर रही है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हत्याकांड में जो दो मुख्य आरोपी हैं, उनके नाम हैं- पंजाब निवासी सर्वजीत सिंह और यूपी निवासी अमरजीत सिंह.
पुलिस के मुताबिक, बाबा तरसेम सिंह की हत्या में जमीन से जुड़ा मामला सामने आ रहा है. गुरुद्वारा के सदस्य जसवीर सिंह की शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज किया गया था. शिकायत के अनुसार, बाबा तरसेम सिंह डेरा की संपत्ति जब्त करने की कोशिशों में बाधा डाल रहे थे. उन्होंने ही पूर्व आईएएस अधिकारी और अन्य दो पर हत्या का शक जताया है.
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