पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ करीब 10 महीने से जारी तनाव कम होने के अब पूरे आसार हैं. गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में ऐलान किया है कि पैंगोंग लेक के पास विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच समझौता हो गया है. दोनों ही देश अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाने को लेकर सहमत हो गए हैं, साथ ही अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति को अब लागू कर दिया जाएगा. राजनाथ सिंह जब ये ऐलान कर रहे थे तब संसद के गैलरी में आर्मी चीफ मुकुंद नरवणे भी मौजूद थे. आइए विस्तार से समझते हैं दोनों देशों के बीच क्या समझौता हुआ है...
HEADER- कहां और कैसे पीछे हटेंगी दोनों सेनाएं?
पैंगोंग लेक इलाके में दोनों पक्ष अग्रिम मोर्चे से पीछे हटेंगे
पैंगोंग लेक की उत्तरी-दक्षिणी सीमाओं से दोनों सेनाएं हटेंगी
चीनी सेना फिंगर-8 एरिया से पूरब की ओर चली जाएंगी
भारतीय सेना फिंगर-3 के पास धन सिंह थापा पोस्ट पर लौटेगी
बुधवार से शुरू हुई सेना की वापसी, 48 घंटे में हो जाएगी पूरी
HEADER- अवैध निर्माण और पेट्रोलिंग का क्या होगा?
अप्रैल 2020 के बाद जो भी निर्माण हुए हैं उन्हें हटाया जाएगा
साउथ बैंक पर चीन ने किया है निर्माण, पुरानी स्थिति कायम होगी
नॉर्थ बैंक में दोनों पक्ष अस्थाई रूप से पेट्रोलिंग रोकेंगे
पेट्रोलिंग तभी होगी जब सियासी और सैन्य स्तर पर समझौता होगा
दोनों देश झील के दक्षिणी हिस्से से टैंक और हथियार भी हटाएंगे
HEADER-इन तीन बातों पर भी बनी सहमति
दोनों पक्ष LAC को मानेंगे और उसका सम्मान करेंगे
कोई भी पक्ष स्थिति पर एकतरफा बदलाव का प्रयास नहीं करेगा
दोनों पक्षों द्वारा सभी समझौतों का पूर्ण रूप से पालन होगा