Pegasus Spyware: पेगासस स्पाईवेयर के जरिए पत्रकारों, विपक्षी नेताओं और लोगों की जासूसी कराने के सरकार पर गंभीर आरोप लगे हैं. लिहाजा ये जानना भी जरूरी हो जाता है कि पेगासस स्पाईवेयर कैसे काम करता है और कैसे हमारे-आपके फोन में ये एंट्री करता है.
कैसे काम करता है पेगासस?
1. इज़रायल के NSO ग्रुप ने पेगासस स्पाईवेयर बनाया
2. आईफ़ोन और एंड्रॉयड फोन में घुसपैठ करने में सक्षम
3. Whatsapp में एक खामी का पेगासस ने इस्तेमाल किया
4. हानिकारक लिंक या मिस्ड Whatsapp वीडियो कॉल से एक्टिवेट
5. स्पाईवेयर की फ़ोन के कॉन्टैक्ट, मैसेज, डेटा तक पूरी पहुंच
6. माइक्रोफ़ोन और कैमरा भी ऑन कर सकता है स्पाईवेयर
स्पाईवेयर फ़ोन में कैसे घुसता है?
1. Whatsapp पर वीडियो कॉल आती है
2. एक बार फ़ोन की घंटी बजते ही हमलावर हानिकारक कोड भेज देता है
3. ये स्पाईवेयर फ़ोन में इंस्टॉल हो जाता है
4. ऑपरेटिंग सिस्टम पर कब्ज़ा कर लेता है
5. मैसेज, कॉल, पासवर्ड तक स्पाईवेयर की पहुंच
6. माइक्रोफ़ोन और कैमरा तक भी स्पाईवेयर की पहुंच
हालांकि इजरायली कंपनी NSO ने अपनी सफाई में कहा था कि वो किसी निजी कंपनी को ये सॉफ्टवेयर नहीं बेचती, वो इसे सिर्फ सरकारों को देती है. कंपनी का कहना था कि इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सिर्फ आतंकवाद या राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरनाक लोगों के खिलाफ ही करने की इजाजत है. जिसके बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया.
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